लखनऊ (मानवी मीडिया)समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था, स्वास्थ्य-शिक्षा सभी पूरी तरह चौपट है। शिक्षण कार्य से जुड़े लोगों में भारी असंतोष है। नौजवान आक्रोशित हैं क्योंकि उनकी समस्याओं के प्रति भाजपा सरकार का रवैया संवेदनशून्य है। बेरोजगारी बढ़ती जा रही है, रोटी-रोजगार का कोई इंतजाम नहीं। युवा आवाज उठाता है तो उसकी आवाज दबाने के लिए पुलिस की लाठियां चटकने लगती है।
नौजवानों को रोजगार देने के थोथे दावों पर कोई यकीन नहीं करता है। सरकार विभिन्न विभागों की पहले रिक्तियां घोषित करती है फिर विभिन्न पदों पर भर्ती का विज्ञापन निकाल कर बड़े पैमाने पर रोजगार देने की डुग-डुगी पीटने लगती है। लेकिन भाजपा सरकार की नीयत में खोट की वजह से परीक्षा के पेपर लीक हो जाते हैं या किन्हीं मुद्दों को लेकर परीक्षा के परिणामों पर सवाल खड़े हो जाते हैं। परीक्षाएं निरस्त हो जाती है।
अनुदेशक, टीईटी, शिक्षामित्र, शिक्षक भर्ती आदि में भाजपा सरकार का रवैया अजीबो-गरीब रहा है। हताश नौजवान छात्र जब अपनी आवाज उठाना चाहता है तो सरकार उसे कुचल देती है।
प्रयागराज में अभी कल ही फिर छात्रों पर भाजपा सरकार में पुलिस ने लाठियां बरसाई। चौकी में बंद कर छात्र की बर्बर पिटाई की गई। जिस सरकार में छात्रों को जेल में डालकर उत्पीड़न किया जा रहा हो उस सरकार में भविष्य निर्माण की बात करना बेईमानी है। भाजपा ने अपने कारनामों से उत्तर प्रदेश को बदनाम किया है। भाजपा लोगों में भय पैदा करके राज कर रही है। यह लोकतंत्र में घोर निंदनीय है।