लखनऊ (मानवी मीडिया)उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी पूरे मज़बूती से लड़ी। कांग्रेस चाहती थी कि भाजपा अपने जीत के अहंकार में आम लोगों पर, महिलाओं पर, दलितों पर जो अत्याचार करती है, उसपर किसी भी प्रकार से रोक लगे।
इसी सम्बंध में कांग्रेस पार्टी -प्रियंका गांधी मायावती से कहा था कि आप कांग्रेस के साथ आइए और भाजपा के ख़िलाफ़ इस गठबंधन का नेतृत्व भी करिए, मुख्यमंत्री बनिए। परंतु वो ऐसा नहीं कर पाईं, चाहे जो भी कारण रहा हो।
राहुल गांधी ने कल वही दोहराया आज जनता महँगाई से पिस रही है । नौकरियाँ नहीं है । संवैधानिक संस्थाओं पर RSS का क़ब्ज़ा हो रहा है। ऐसे में हमारे लोकतंत्र का क्या होगा ? बाबा साहेब के संविधान का क्या होगा ? इस लड़ाई में भाजपा के ख़िलाफ़ सभी विपक्षी दल को एक होना चाहिए !