महाराष्ट्र (मानवी मीडिया) केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मुंबई में एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे से उनके आवास पर मुलाकात की है. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना चीफ राज ठाकरे का हर एक सियासी कदम सरगर्मी बढ़ा जाता है. ऐसे में इस मुलाकात को लेकर भी सियासी मायने निकाले जा रहे हैं.
ये कोई राजनीतिक बैठक नहीं: गड़करी
इस मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा, 'ये कोई राजनीतिक बैठक नहीं थी. राज ठाकरे और उनके परिवार के सदस्यों के साथ मेरे अच्छे संबंध हैं. मैं उनका नया घर देखने और उनकी मां का हालचाल जानने आया था.'
महाराष्ट्र सरकार पर हमलावर हैं राज ठाकरे
आपको बता दें कि एमएनएस चीफ राज ठाकरे इन दिनों प्रदेश की महाविकास अघाड़ी (MVA) सरकार को लेकर काफी मुखर हैं. हाल ही में उन्होंने मस्जिदों के लाउडस्पीकर बंद किए जाने की मांग की थी. शिवाजी पार्क में एक रैली में उन्होंने कहा कि मस्जिदों में लाउडस्पीकर इतनी तेज आवाज में क्यों बजाए जाते हैं? अगर इसे नहीं रोका गया तो मस्जिदों के बाहर स्पीकर पर अधिक तेज आवाज में हनुमान चालीसा बजाया जाएगा. उन्होंने कहा कि मैं प्रार्थना या किसी विशेष धर्म के खिलाफ नहीं हूं. मुझे अपने धर्म पर गर्व है.
शरद पवार और उद्धव ठाकरे पर साधा था निशाना
राज ठाकरे ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार की भी आलोचना की करते हुए कहा कि वह जाति का मुद्दा उठाते हैं और समाज को विभाजित करते हैं. राज ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और अपने चचेरे भाई उद्धव ठाकरे पर भी तंज कसा, उन्होंने कहा, 'पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह कह रहे थे कि देवेंद्र फडणवीस अगले मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. उद्धव ठाकरे मंच पर मौजूद थे लेकिन उन्होंने कभी सीट बंटवारे के फॉर्मूले का जिक्र नहीं किया. उद्धव ने इसे तभी उठाया जब उन्हें एहसास हुआ कि बीजेपी उनकी मदद के बिना (2019 के चुनावों के बाद) सरकार नहीं बना सकती है.'