नई दिल्ली: (मानवी मीडिया)देश में पंजीकृत 5050 विदेशी कंपनियों में से करीब 66 प्रतिशत यानी 3335 कंपनियां सक्रिय हैं। यह जानकारी कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय ने आंकड़ें जारी कर दी।
कंपनी अधिनियम के अनुसार, विदेशी कंपनी कोई भी वह कंपनी या संस्था है जो विदेश से संबंधित है और भारत में उसका व्यापार है या वह देश में व्यापारिक गतिविधियों में शामिल है। अधिनियम की धारा 380(1) के अनुसार, प्रत्येक विदेशी कंपनी को भारत में अपने व्यवसाय स्थापित करने के 30 दिनों के भीतर रजिस्ट्रार को पंजीकरण के लिए आवश्यक दस्तावेज भेजने होते हैं।
इन राज्यों में विदेशी कंपनियों ने जमाए पैर
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में सबसे अधिक विदेशी कंपनियां है। यहां पंजीकृत 1957 कंपनियों में से 1444 कंपनियां सक्रिय हैं। इसके बाद महाराष्ट्र में सबसे अधिक 1346 विदेशी कंपनियों में से 815 कंपनियां सक्रिय हैं। कर्नाटक में पंजीकृत 462 विदेशी कंपनियों में से 252 और हरियाणा में 450 में से 248 विदेशी कंपनियां सक्रिय हैं। देश के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में 108 विदेशी कंपनियां पंजीकृत हैं, जिनमें से 78 कंपनियां सक्रिय हैं। पश्चिम बंगाल में दर्ज 89 विदेशी कंपनियों में से 59 कंपनियां सक्रिय हैं। केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में एक ही विदेशी कंपनी पंजीकृत है जोकि सक्रिय नहीं है।
तटीय क्षेत्र वाले राज्य गुजरात में 78 विदेशी कंपनियों की उपस्थिति हैं, जिनमें से 52 सक्रिय हैं। तमिलनाडु में 217 विदेशी कंपनियां सक्रिय हैं जबकि पंजीकृत विदेशी कंपनियों की संख्या 335 हैं। देश में पंजीकृत होने वाली विदेशी कंपनियों की संख्या में कोरोना महामारी के कारण गिरावट दर्ज की गयी है। वित्त वर्ष 2020-21 में दर्ज होने वाली विदेशी कंपनियों की संख्या 78 रही जबकि वर्ष 2019-20 और वर्ष 2018-19 में यह संख्या क्रमशः 124 और 118 थी।