अपने शुभकामना संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि बैसाखी का त्योहार हमारी गौरवशाली परम्परा एवं समृद्ध विरासत का प्रतीक है। नई फसल के कटने से जुड़ा यह त्योहार हमारे देश की कृषक परम्पराओं और समृद्ध संस्कृति का भी परिचायक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बैसाखी के दिन दसवें सिख गुरू गोविन्द सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। यह दिन भारत के विभिन्न क्षेत्रों में बड़े उत्साह से अलग-अलग त्योहारों के रूप में मनाया जाता है। ये सभी त्योहार नव वर्ष के आगमन के प्रतीक हैं।
मुख्यमंत्री ने कामना की है कि हर्ष और उल्लास का पर्व बैसाखी सभी के जीवन में समृद्धि और प्रसन्नता लाए।
मुख्यमंत्री ने लोगों से कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत सभी सावधानियां बरतते हुए बैसाखी के धार्मिक अनुष्ठान सम्पन्न करने की अपील की है।