लखनऊ (मानवी मीडिया) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि कोरोना के बढ़ते केस के चलते वर्तमान परिस्थितियों के दृष्टिगत पूरे एनसीआर को अलर्ट मोड में रखा जाए। वह शनिवार को टीम-9 के साथ बैठक कर रहे थे ।इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि प्रदेश की सीमा से लगे कुछ राज्यों में बीते कुछ दिनों से कोविड के केस में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। एनसीआर के जिलों में भी इसका असर है। गौतमबुद्ध नगर में 70 और गाजियाबाद में 11 पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई है। इसलिए ज़रूरी है कि पूरे एनसीआर में हाई अलर्ट रखते हुए पूरे पुख़्ता इंतज़ाम किए जाएं।
कराएं जीनोम सिक्वेंसिंग
गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में कोविड पॉजिटिव पाए गए मरीजों के सैम्पल लेकर जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाए। इन जिलों के डीएम, सीएमओ से संवाद कर स्थिति की गहन समीक्षा की जाए। प्रदेश में वर्तमान में कुल एक्टिव केस की संख्या 507 है। विगत 24 घंटों में 73 हजार 881 कोरोना टेस्ट किए गए, जिसमें 106 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 37 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए। हमें पूरी सावधानी और सतर्कता बरतनी होगी।
कोविड टीकाकरण का हमारा महत्वपूर्ण अभियान सफलतापूर्वक चल रहा है। 30 करोड़ 56 लाख से अधिक कोविड टीकाकरण के साथ ही अब तक 103 से ज्यादा वयस्क आबादी को टीके की पहली डोज लग चुकी है, जबकि 86% लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है। 12 से 14 और 15 से 17 आयु वर्ग के टीकाकरण की प्रगति संतोषप्रद है। इसे और तेज किया जाए।
बूस्टर डोज़ में लाएं तेज़ी
18+ आयु के लोगों को बूस्टर डोज दिए जाने का कार्य में तेजी की अपेक्षा है। 700 निजी टीकाकरण केंद्र पर बूस्टर डोज लगवाया जा सकता है। इन टीकाकरण केंद्रों और बूस्टर डोज की महत्ता के बारे में आमजन को जागरूक किया जाए। प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित किया जाए कि एक भी नागरिक टीकाकवर से वंचित न रहे।
संचारी रोग और दस्तक अभियान को पूरी तत्परता के साथ संचालित किया जाए। बरेली मंडल में मलेरिया पर फोकस रखें तो आगरा, लखनऊ मंडलों में डेंगू से बचाव के प्रति जागरूकता बढ़ाएं। पूर्वांचल में इंसेफेलाइटिस के लिए घर-घर लोगों से संपर्क कर जागरूक करें।
स्वास्थ्य मेले में विधायक सांसद मौजूद रहें
आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में प्रदेश के सभी विकास खंडों में विशेष स्वास्थ्य मेलों का आयोजन प्रारंभ हो रहा है। 18 से 23 अप्रैल की अवधि में आयोजित इन मेलों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति भी रहे।
बाजरा खरीद की बनाएं नीति
धान और गेहूं की तर्ज पर बाजरा की खरीद के लिए भी नीति तैयार करें। किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य मिले, समय पर भुगतान हो, उनकी आय में बढ़ोतरी हो। यह सुनिश्चित करना हमारा दायित्व है। इस दिशा में ठोस कार्ययोजना तैयार कर प्रस्तुत करें।