लखनऊ (मानवी मीडिया)समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आव्हान पर राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी मुख्यालय सहित प्रदेश के सभी जनपद कार्यालयों में 14 अप्रैल 2022 को संविधान निर्माता डॉ0 बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर जी की 131वीं जयंती मनाई जाएगी। इस अवसर पर समाजवादी पार्टी के सभी पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं नेता हर शहर, जिले, कस्बे तथा गांव में सायं अपने घरों, दूकानों, दफ्तरों एवं अन्य स्थानों पर स्मृतिदीप जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
यादव ने यह भी निर्देश दिया है कि प्रत्येक जनपद में कार्यक्रम के समय कार्यकर्ताओं के सामने भारतीय संविधान की प्रस्तावना पढ़कर सुनाई जाए तथा इस अवसर पर भारतीय संविधान को बचाने की शपथ भी ली जाए।
संविधान की प्रस्तावनाः ‘‘हम भारत के लोग, भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त करने के लिए तथा उन सबमें व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखण्डता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने के लिए दृढ संकल्प होकर अपनी इस संविधान सभा में आज तारीख 26 नवम्बर 1949 ई0 (मिति मार्ग शीर्ष शुक्ल सप्तमी, सम्वत् दो हजार छह विक्रमी) को एतदद्वारा इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करते हैं।‘‘
इस अवसर पर समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी, नेता तथा विधायक दलित टापर के घर जाकर उसे सम्मानित करेंगे। उन्हें पुस्तक, गमछा एवं पुष्प आदि भेंट किए जाएंगे।
अखिलेश यादव ने कहा है कि देश को संविधान देते हुए बाबा साहेब ने उम्मीद की थी कि अब एक व्यक्ति एक वोट से देश में असमानता की समाप्ति होगी और संविधान की प्रस्तावना के अनुकूल सुशासन व्यवस्था स्थापित होगी। लेकिन वर्तमान भाजपा सरकार के समय देश में गैरबराबरी बढी़ है और दलितों, वंचितों के ऊपर अत्याचार बढ़े है। समाज में नफरत बढ़ी है और परस्पर सौहार्द तथा सद्भाव को कमजोर किया गया है। समाजवादी पार्टी अम्बेडकरवादियों के साथ मिलकर प्रदेश की प्रगति तथा नए समाज के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध रहेगी।