मुख्यमंत्री को यह पुरस्कार मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस0पी0 गोयल, प्रमुख सचिव सूचना संजय प्रसाद तथा सूचना निदेशक शिशिर ने सौंपा। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश की यह झांकी राज्य के सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा प्रस्तुत की गई थी।
मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश द्वारा राष्ट्रीय स्तर का यह प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त किये जाने पर राज्य की जनता को बधाई दी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में उत्तर प्रदेश की झांकी को प्रथम पुरस्कार मिलने से हमारे जनपदों के विशिष्ट उत्पादों के साथ-साथ राज्य में सांस्कृतिक एवं धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
ज्ञातव्य है कि इस वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजपथ की परेड में उत्तर प्रदेश की ओर से ‘ओ0डी0ओ0पी0 और काशी विश्वनाथ धाम’ विषयक झांकी प्रस्तुत की गई थी। इस झांकी को देश की अन्य झांकियों से श्रेष्ठतम माना गया। वर्ष 2021 में भी उत्तर प्रदेश की झांकी को प्रथम पुरस्कार मिला था, जबकि वर्ष 2020 में द्वितीय पुरस्कार मिला था।
परेड के दौरान झांकी पर ‘काशी का गौरव लौटा जब खुला भव्य गलियारा, विश्वनाथ से मिलकर पुलकित है गंगा की धारा’ गीत का प्रसारण किया गया। गीतकार वीरेन्द्र वत्स के शब्दों को राजेश सोनी ने संगीतबद्ध किया और इसे मनीष शर्मा ने अपनी आवाज दी। झांकी में चरकुला आर्ट अकादमी, मथुरा के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति दी गई। इस झांकी का निर्माण विविड इण्डिया द्वारा किया गया था।इस झांकी के माध्यम से लोगों ने ‘एक जनपद एक उत्पाद योजना’ एवं श्री काशी विश्वनाथ धाम की झलक नई दिल्ली के राजपथ पर देखी। देश-दुनिया में लोगों ने ऑनलाइन इसका अवलोकन किया।