मध्य प्रदेश (मानवी मीडिया) शराब बंदी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने अब उग्र तेवर अपना लिए हैं और आज बरखेड़ा पठानी में शराब की दुकान के शराब नीति के खिलाफ होने के बाद भी नहीं हटाए जाने पर नाराजगी दिखाई है। उन्होंने शराब की दुकान के भीतर घुसकर पत्थर उठाकर तोड़फोड़ कर दी और उऩके इस एक्शन पर भारती समर्थक नारे लगाए। भारती ने इन दुकानों को एक हफ्तेभर के भीतर हटाने की चेतावनी दी है। वहीं, कांग्रेस ने शराब बंदी के लिए इस तरीके को गतत बताया है। पीसीसी अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से भारती के तरीके की तरह शराब बंदी कराने का अभियान चलाने की अनुमति मांगी है।
शराब बंदी को लेकर पिछले कुछ महीने से पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती लगातार तारीखें दे रही थीं लेकिन इसके बाद भी शराब नीति के खिलाफ स्थापित दुकानों को नहीं हटाया जा रहा था। पिछले दिनों वे गुनगा की एक शराब दुकान पर पहुंची थी जो तरावली मंदिर के पास थी और उसे हटाने की मांग की थी। इसके बाद आज वे बरखेड़ा पठानी की एक शराब दुकान पर पहुंची जहां लोगों से मिलीं। उनसे दुकान के बारे में पूछा। उन्होंने बताया कि वे कई बार शराब की दुकान को हटाने के लिए जिला प्रशासन को कह चुके हैं। इसके बाद भी आज तक दुकान को नहीं हटाया गया है।
पत्थर फेंककर तोड़फोड़ की
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती क्षेत्रीय लोगों की शिकायत सुनने के बाद अपने गुस्से को रोक नहीं पाईं और उन्होंने एक पत्थर उठाकर शराब की दुकान के भीतर जाकर तोड़फोड़ कर दी। इसका उन्होंने वीडियो बनवाया और अपने ट्विटर हैंडल से पोस्ट कर दिया। ट्विटर पर उमा भारती ने लिखा है कि बरखेड़ा पठानी आझाद नगर, बीएचईएल भोपाल , यहाँ मज़दूरों की बस्ती में शराब की दुकानों की शृंखला हैं जो कि एक बड़े आहाता में लोगों को शराब परोसते हैं। मज़दूरों की पूरी कमाई इन दुकानो में फूक जाती हैं। यहाँ के निवासियों एवं महिलाओं ने आपत्तियां की, विरोध में धरने दिए क्योंकि यह दुकान सरकारी नीति के ख़िलाफ़ हैं। भारती ने आगे लिखा है कि इन दुकानों को बंद करने के लिए हर बार प्रशासन ने आश्वासन दिया लेकिन कई साल हो गए यह आज तक नहीं हो पाया।
भारती ने जनजागरण चलाने का दिया था बयान
गौरतलब है कि शराब बंदी को लेकर उमा भारती ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की थी और दोनों ने जनजागरण अभियान के माध्यम से नशामुक्ति की दिशा में काम करने पर सहमति बनाई थी। भारती ने शुक्रवार को यह भी ऐलान किया था कि वे शराब नीति को लेकर 24 मार्च को मीडिया के सामने आएंगी। मगर इसके पहले ही आज भारती ने शराब बंदी के अपने लक्ष्य की दिशा में उग्र रूख का प्रदर्शन कर दिया।