बेंगलूरू (मानवी मीडिया): केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि केंद्रीय बजट 2022-23 में देश के युवाओं की क्षमता को मान्यता दी गयी है और उसमें उनके तकनीकी कौशल तथा उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करने के कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा, ‘हमारी स्वतंत्रा का यह 75वां वर्ष है। अगले 25 वर्ष भारत के विकास के लिए बड़े महत्व के हैं; इस लिए हमने सोचा कि इस बार का बजट युवाओं की सशक्ति और उनकी उद्यमशीलता को बढ़ावा देने वाला हो।’ सीतारमण बेंगलुरु में इंडियन ग्लोबल फॉर्म की एक बैठक को संबोधित कर रही थीं। इसका विषय था भारत के वैश्विक भविष्य का वित्त पोषण।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बावजूद भारत में दो साल में 45 नए यूनिकॉर्न खड़े हुए। उन्होंने इसे युवाओं और नए विचारों की शक्ति बताया। यूनिकॉर्न वे कंपनियां होती हैं जो नए विचारों के साथ स्थापित होकर कम से कम एक अरब डॉलर की हैसियत हासिल कर लेती हैं। इस बैठक के दौरान श्रोताओं के सवालों का जवाब देते हुए, उन्होंने कहा कि क्रिप्टो संपत्तियों के बारे में परामर्श किया जा रहा है। उन्होंने उद्योग जगत को इस प्रक्रिया में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया।
उन्होंने कहा कि इस बार के बजट में इस बात पर ध्यान दिया गया है कि जनसुविधाएं प्रौद्योगिकी के माध्यम से संचालित की जाएं और देश में लोगों के लिए कारोबार और रोजगार के अवसर बढ़ें। वित्त मंत्री ने खुशी जाहिर की कि आज देश में आम नागरिक डिजिटल बैंकिंग और क्यूआर कोड को खुद अपना रहा है। अर्थव्यवस्था डिजिटलीकरण की दिशा में यह महत्वपूर्ण प्रगति है। उन्होंने कहा कि डिजिटल बैंकिंग के चलते हुी सरकार के लिए लॉकडाउन के समय लोगों को सीधे उनके खातों में मदद पहुंचाना संभव हो सका।