लखनऊ (मानवी मीडिया) हाल ही में मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी ने चुनाव प्रचार के दौरान पुलिस से हिसाब-किताब वाला बयान दिया था. इस पर वह अब घिरते हुए नजर आ रहे हैं. बता दें कि अब्बास पर आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद विवेचना शुरू हो गई है. बता दें कि अब्बास पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की धारा लगाई गई है.
चुनाव के दौरान अब्बास अंसारी पर मऊ जिले की शहर कोतवाली में 3 और दक्षिण टोला थाने में एक दर्ज मुकदमा हुआ था. पहले उनके खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन में मुकदमा हुआ था. हालांकि बाद में एक और धारा बढ़ा दी गई है.
बता दें कि सुभासपा के टिकट पर मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी ने मऊ सदर से चुनाव लड़ा था. उन्होंने यहां से जीत दर्ज की. उनके सामने बीजेपी से अशोक सिंह थे. बसपा से भीम राजभर और कांग्रेस के माधवेंद्र सिंह चुनावी मैदान में थे.
चुनावी जनसभा में क्या कहा था अब्बास अंसारी ने
अपने भाषण में अब्बास अंसारी ने कहा था कि मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी से कह कर आया हूं कि 06 महीने तक किसी की ट्रांसफर पोस्टिंग नहीं होगी. जो जहां है, वहीं रहने वाला है. पहले हिसाब -किताब होगा. उसके बाद उनके जाने पर मुहर लगाई जाएगी. उन्होंने आगे कहा था कि हम बाहुबली हैं. हमें इससे कोई गुरेज नहीं है. मेरे नौजवान साथियों की तरफ कुछ बैल सींग निकाल कर खड़े हैं. समय आने दीजिए खूंटे में यहीं नहीं बांध दिया तो कहिएगा. अखिलेश यादव से मैंने कहा था कि पहले जिन लोगों ने मुकदमे लगाए हैं, उनकी भी जांच पड़ताल कर लिया जाए.
विवादित बयान दिया था अब्बास ने
अब्बास अंसारी ने कहा था कि पिछली सरकार में सरकार को खुश करने के लिए खास तौर पर कुछ अधिकारियों ने अपनी कुर्सी और अपने पद का गलत इस्तेमाल किया है और जनता को प्रताड़ित किया है और उस जनता की आवाज है कि इसकी जांच हो और जो इसमें गलत पाए जाएंगे, उनके ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए. तभी आगे के लिए मैसेज होगा कि कोई अपने पद की गरिमा तार-तार ना करते हुए जनता के साथ कोई नाइंसाफी ना करे.