कराची (मानवी मीडिया) : पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचारों का दौर जारी है। सोमवार को पाकिस्तान के दक्षिणी सिंध प्रांत में 18 वर्षीय एक हिंदू लड़की को जबरन धर्मांतरण और अपहरण की कोशिश में नाकाम रहने पर गोली मार दी गई। सोमवार को मीडिया में आई एक खबर में यह जानकारी दी गई। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, यह पाकिस्तान के सिंध के रोही सुक्कूर का मामला है। यहां पूजा ओड ने हमलावरों का विरोध किया, तो उसे सड़क के बीच में लाकर गोली मार दी गई। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक खासकर सिंध में हिंदू महिलाओं को अगवा किया जाता है, फिर उनका जबरन धर्मांतरण कराया जाता है।
पीपुल्स कमीशन फॉर माइनॉरिटीज राइट्स और सेंटर फॉर सोशल जस्टिस के मुताबिक, 2013 से 2019 के बीच में जबरन धर्मांतरण के 156 मामले दर्ज किए गए हैं। 2019 में सिंध सरकार ने जबरन धर्मांतरण और दूसरी शादी के खिलाफ बिल लाने का प्रयास किया। लेकिन कट्टरपंथियों ने इसका विरोध किया।
ब्यूरो ऑफ स्टेटिस्टिक्स पाकिस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में हिंदुओं की आबादी कुल आबादी की 1.60% है। जबकि अकेले सिंध में 6.51% हिंदू रहते हैं। पाकिस्तान में हिंदू बड़ा अल्पसंख्यक समुदाय है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, यहां 75 लाख हिंदू रहते हैं। हालांकि, हिंदू समुदाय का कहना है कि उनकी आबादी 90 लाख है।
पाकिस्तान में सिंध प्रांत में सबसे ज्यादा हिंदू रहते हैं। यहां वे मुस्लिमों के साथ अपनी संस्कृति और भाषा को सांझा करते हैं। लेकिन इसी प्रांत से सबसे ज्यादा हिंदू महिलाओं के साथ अत्याचार की भी खबरें सामने आती हैं।