नई दिल्ली (मानवी मीडिया): तेल के दाम में फिर से बढ़ोतरी होने के आसार नजर आ रहे हैं। दरअसल रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी जारी है। जल्द ही 16 मार्च से पहले तेल के दाम में बढ़ोतरी कर इसकी भरपाई हो सकती है। बता दें कि अभी पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की वजह से भारतीय बाजार में चार महीनों से पेट्रोल और डीजल के दाम नहीं बढ़ाएं हैं। वहीं 10 मार्च को मतगणना के बाद तेल के दाम बढ़ने की उम्मीद ज्यादा हो गई है।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने एक रिपोर्ट में कहा कि पिछले दो महीनों में वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के दाम बढ़ने के कारण सरकार के स्वामित्व वाली खुदरा तेल कंपनियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा रहा है। वहीं अब जल्द ही पेट्रोल-डीजल की कीमतें 12.1 रुपए प्रति लीटर तक बढ़ातरी कर सकती है। रिपोर्ट के अनुसार 16 मार्च या फिर उससे पहले तेल के दाम में बढ़ोतरी हो सकती है।
[आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज का कहना है कि लाभ को भी जोड़ लें तो उन्हें 15.1 रुपये प्रति लीटर दाम बढ़ाने होंगे। मालूम होगा कि भारत अपनी जरूरत का 85 फीसदी कच्चा तेल आयात करता है। इस बीच रूस का यूक्रेन पर हमला करने से कच्चा तेल का आयात प्रभावित हुआ है।
बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध से वैश्विक बाजार में कच्चा तेल बढ़कर 120 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है। यह इसका 9 साल का उच्च स्तर है। हालांकि, इसके बाद कीमतों में कुछ नरमी के साथ कच्चा तेल 111 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। वहीं तेल के दाम में बढ़ोतरी नहीं होने से तेल की लागत और खुदरा बिक्री के दरों के बीच का अंतर बढ़ता जा रहा है। ऐसे में काफी हद तक यह साफ हो गया कि जल्द ही तेल के दामों में बड़ी उछाल देखने को मिलेगी।