लखनऊ (मानवी मीडिया) समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज लखनऊ स्थित लोहिया पार्क में प्रख्यात समाजवादी चिंतक डॉ0 राम मनोहर लोहिया की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित किया। इस अवसर पर राजेन्द्र चौधरी पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं नरेश उत्तम पटेल प्रदेश अध्यक्ष उपस्थित रहे। समाजवादी पार्टी ने आज राजधानी लखनऊ में डॉ0 राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान तथा पार्टी मुख्यालय सहित प्रदेश के सभी जनपद कार्यालयों में समाजवादी आंदोलन के महानायक डॉ0 राम मनोहर लोहिया की 112वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए।
अखिलेश यादव ने उपस्थित समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि विधानसभा में उत्तर प्रदेश के करोड़ो लोगों ने हमें नैतिक जीत दिलाकर ‘जन-आंदोलन का जनादेश‘ दिया है। समाजवादी पार्टी महंगाई, बेरोजगारी और सामाजिक अन्याय के खिलाफ संघर्ष के लिये प्रतिबद्ध है।
यादव ने कहा कि समाज में गैर-बराबरी बढ़ी है। अमीर अधिक अमीर होते जा रहे हैं जबकि गरीबों की स्थिति बदतर हो रही है। नौजवान निराश होकर बेकार घूम रहे हैं। रोजगार का संकट उत्पन्न हो गया है। जनता के साथ अन्याय और अत्याचार की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हो रही है। ऐसे में डॉ0 लोहिया के विचार बेहद प्रासांगिक है। कमजोर तबके को अधिकार एवं प्रतिनिधित्व समाजवादी व्यवस्था में ही सम्भव है। आधी आबादी को सुरक्षा एवं सम्मान दिलाना ही समाजवादी सिद्धांत है। समाजवादी पार्टी डॉ0 लोहिया के विचारों पर चलते हुए समतामूलक समाज की स्थापना के लिए प्रतिबद्ध है।समाजवादी पार्टी को संघर्ष का जनादेश मिला है। समाजवादी पार्टी जनता के मुद्दों एवं समस्याओं को लेकर सदन से सड़क तक अपने कार्यक्रमों के माध्यम से संघर्ष करेगी। भाजपा सरकार कहती है कि डीजल-पेट्रोल पर उसका नियंत्रण नहीं है तो चुनाव के समय दाम क्यों नहीं बढ़ते हैं? चुनाव समाप्त होने के बाद कम्पनियां मुनाफा क्यों कमा रही हैं? डीजल-पेट्रोल से होने वाला मुनाफा बड़े-बड़े उद्योगपतियों की जेब में जा रहा है। समाजवादियों ने पहले ही कहा था कि चुनाव के बाद सरकार महंगाई बढ़ा देगी। भाजपा ने सरकार में रहते हुए जनहित में कोई कार्य नहीं किया।
भाजपा की गुण्डागर्दी पूरा देश देख रहा है। भाजपा गुंडों का सहारा लेकर लोकतंत्र पर हमला कर रही है। चुनाव में बहुमत प्राप्त करने के लिये भाजपा गुंडई कर रही है। भाजपा सत्ता के नशे में चूर है। पंचायत चुनाव में जिस प्रकार महिला की साड़ी खींचकर भाजपाईयों ने लोकतंत्र को कलंकित किया था उसी प्रकार एक बार फिर विधान परिषद के चुनाव में भाजपा ने सत्ता का दुरूपयोग कर लोकतंत्र पर हमला किया है।
कार्यक्रम में पूर्व सांसद अनु टंडन सहित अरविंद कुमार सिंह, डॉ0 राजपाल कश्यप एमएलसी, शाही इमाम मौ0 कारी सैय्यद शाह फैजुल मन्नान रहमानी टीले वाली मस्जिद, आर.के. चौधरी, जयशंकर पाण्डेय, डॉ0 मधु गुप्ता, मीरा वर्धन, अनुराग यादव, सी.एल. वर्मा, राम सागर यादव, विजय सिंह, शरद शरन, जयसिंह जयंत, मीना तिवारी, रुक्मिणी देवी, सुशील दीक्षित, शकील नदवी, सिद्धार्थ सिंह, नेहा यादव, दीपक रंजन, मोहम्मद एबाद, फिदा हुसैन अंसारी, मुकेश शुक्ला, मनोज सिंह, हाफिज उस्मान, एस.के. राय, विकास यादव, प्रदीप यादव अधिवक्ता, पूजा शुक्ला, चौधरी अदनान, रत्न सेन सिंह, आलोक यादव, अपर्णा सिंह, प्रदीप शर्मा, फखरूल हसन चांद, अशोक देव, जगपाल दास, मधुकर त्रिवेदी, मणेन्द्र मिश्रा, कांची यादव, सऊद मुशीर, एडवोकेट धीरज, किरन पाण्डेय, अरुण, रजिया नवाज, पायल सिंह, अजीत सिंह, प्रेमा मिश्रा, राहुल सिंह, अब्दुल अजीम, अमरेन्द्र आर्य, अंकित सिंह ‘बाबू‘, महेन्द्र यादव, अखिलेश मिश्रा, जयप्रकाश पाण्डेय शाने अली सानू, अमित कुशवाहा, सुजाता सिंह, कोरी सुभाष चन्द लहरी, नेपाल सिंह निषाद, कमाल खान, टी.डी. सिंह, वीरेन्द्र कुशवाहा, हिमांशु संघर्षी, सहित सैकड़ों प्रमुख लोग शामिल हुए।