लखनऊ (मानवी मीडिया): उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए आज हो रहे मतदान में योगी सरकार के चार मंत्री जनता की अपेक्षाओं पर खरे उतरने का इम्तिहान दे रहे हैं। चौथे चरण में कुल 9 जिलों की 59 विधानसभा सीटों पर किस्मत आजमा रहे 624 उम्मीदवारों में प्रदेश के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह और कारागार मंत्री जय कुमार सिंह भी शामिल हैं। इनमें से दो मंत्री लखनऊ और दो मंत्री फतेहपुर जिले से चुनाव मैदान में हैं।
कानून मंत्री ब्रजेश पाठक इस बार लखनऊ कैंट सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार हैं। उनका मुकाबला समााजवादी पार्टी (सपा) के सुरेन्द्र सिंह गांधी, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के अनिल पांडे और कांग्रेस के दिलप्रीत सिंह डीपी से है। पाठक योगी सरकार में विधायी, न्याय और ग्रामीण अभियंत्रण सेवा मंत्री हैं। वह 2017 में लखनऊ मध्य सीट से भाजपा के विधायक बने थे। पार्टी ने इस बार उनकी सीट बदलकर लखनऊ कैंट सीट से चुनाव मैदान में उतारा है। लगभग तीन दशक से राजनीति में सक्रिय पाठक एक बार लोकसभा और एक बार राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं।
इसके अलावा आशुतोष टंडन उर्फ गोपाल जी लखनऊ पूर्व सीट से भाजपा उम्मीदवार हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता लालजी टंडन के पुत्र गोपाल जी योगी सरकार में नगर विकास, शहरी समग्र विकास, नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन मंत्री हैं। वह 2014 से सक्रिय राजनीति में हैं और लखनऊ पूर्व सीट से लगातार दो बार से विधायक बन चुके हैं। उनका मुकाबला सपा के अनुराग भदौरिया, बसपा के आशीष सिंहा और कांग्रेस के मनोज तिवारी से है।
योगी सरकार के तीसरे मंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ धुन्नी भैया फतेहपुर जिले की हुसैनगंज सीट से चुनाव मैदान में हैं। वह योगी सरकार में खाद्य एवं रसद तथा नागरिक आपूर्ति राज्य मंत्री हैं। वह 2017 में पहली बार विधायक बने और मंत्री भी बन गये। इस बार उनका मुकाबला सपा की ऊषा मौर्य, बसपा के फरीद अहमद और कांग्रेस के शिवाकांत तिवारी से है।
योगी सरकार में मंत्री जय कुमार सिंह उर्फ जैकी पटेल फतेहपुर जिले की बिंदकी सीट से भाजपा के सहयोगी दल अपना दल के उम्मीदवार हैं। वह योगी सरकार में कारागार, लोक सेवा प्रबंधन राज्य मंत्री हैं। वह 2017 में पहली बार जहानाबाद से अपना दल के टिकट पर विधायक चुने गये थे। उनके सामने इस चुनाव में सपा के रामेश्वर दयालू, बसपा के सुशील पटेल और कांग्रेस के नरेश चंद्र कटियार हैं।
इस चरण में योगी सरकार के दो मंत्रियों के अलावा दो केन्द्रीय मंत्रियों की भी प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। इनमें लखनऊ से सांसद एवं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और लखीमपुर में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी शामिल हैं। पिछले चुनाव में लखनऊ की नौ में से आठ सीट भाजपा को मिली थी। रक्षा मंत्री सिंह के लिये इस चुनाव में भी पिछले परिणाम को दोहराने की चुनौती है। वहीं, लखीमपुर की आठ विधानसभा सीटों पर पिछले चुनाव की तरह कमल खिलाने की जिम्मेदारी टेनी पर है।
लखनऊ की अन्य वीआईपी सीटों में सरोजनी नगर सीट से पूर्व प्रशासनिक अधिकारी राजेश्वर सिंह भाजपा के उम्मीदवार हैं। इस सीट पर उनका मुकाबला सपा के अभिषेक मिश्रा से है। इसके अलावा लखनऊ की मलीहाबाद सीट से सपा ने मोहनलालगंज से पूर्व सांसद सुशीला सरोज को उतारा है।
चौथे चरण के अन्य प्रमुख उम्मीदवारों में रायबरेली सदर सीट से अदिति सिंह भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। इससे पहले वह इसी सीट से कांग्रेस की विधायक थीं। इस बार सपा ने अदिति के सामने आरपी यादव को उम्मीदवार बनाया है जबकि कांग्रेस ने डा मनीष चौहान को प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस का गढ़ रही रायबरेली लोकसभा सीट से संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी सांसद हैं। रायबरेली जिले की हरचंदपुर सीट पर भाजपा ने कांग्रेस के बागी विधायक राकेश सिंह को उतारा है। वहीं, सपा से भाजपा में आये विधान परिषद के उपाध्यक्ष नितिन अग्रवाल हरदोई सीट से चुनाव मैदान में हैं।