लखनऊः( मानवी मीडिया)उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज सी.जी.सिटी (चक गजरिया) सुल्तानपुर रोड़, लखनऊ स्थित अमूल बनास डेयरी फार्म के दुग्ध प्लांट का निरीक्षण किया तथा दुग्ध उत्पादन, दुग्ध कलेक्शन सेंटर से लेकर पैकिंग तथा मार्केटिंग तक की सम्पूर्ण प्रक्रिया की जानकारी वहाँ पर तैनात अधिकारियों और तकनीकी विशेषज्ञों से प्राप्त की। इस अवसर पर राज्यपाल जी ने पनीर, दही, बटर मिल्क, मिल्क पैकेंजिग आदि संयंत्रों का निरीक्षण किया तथा उन पर कार्य कर रहे तकनीकी विशेषज्ञों से संयंत्र कार्यप्रणाली की जानकारी हासिल की। इस अवसर पर राज्यपाल ने डेयरी प्रबंधन की कार्य प्रणाली पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि डेयरी उत्पाद की पैकेजिंग गरीब वर्ग को ध्यान में रखकर करें, ताकि उच्च गुणवत्ता के उत्पाद उनकी क्रय क्षमता में प्राप्त हो सकें। उन्होंने कहा कि डेयरी प्रबंधन अपने उत्पादों को आंगनवाड़ी केन्द्रों, कुपोषण से ग्रसित बच्चों, गर्भवती महिलाओं तक अवश्य पहुँचाये।प्लांट मैनेजर दिनेश कुमार चौधरी ने बताया कि दूध एकत्रीकरण वाले सभी वाहन जी पी.एस. युक्त हैं इसके माध्यम से वाहन की लोकेशन पता चलती रहती है, बनास डेयरी अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित है इसमें हर स्तर पर गुणवत्ता की जांच की जाती है तथा उत्पाद की गुणवत्ता से किसी तरह का समझौता नहीं किया जाता। इस अवसर पर एक डाक्यूमेंट्री फिल्म भी प्रदर्शित की गयी।
इस अवसर पर राज्यपाल ने बनास डेयरी परिसर में पीपल का पौधा रोपित किया तथा डेयरी प्रबंधन ने राज्यपाल को स्मृति चिन्ह भेंट किया। कार्यक्रम में राज्यपाल के विशेष कार्याधिकारी अशोक देसाई, बनास डेयरी के मैनेजिंग डायरेक्टर संग्राम भाई आर. चौधरी, चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर कामराज भाई आर. चौधरी सहित अन्य अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण मौजूद थे।