लखनऊ (मानवी मीडिया) समाजवादी पार्टी के एक नेता के बेटे की संपत्ति पर गुरुवार को क्षत-विक्षत अवस्था में मिली दलित लड़की की मां ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने की मांग की है। जमीन के अंदर दलित लड़की का शव मिला था। आज मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई, जिसमें चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, लड़की की गले की हड्डी टूटी हुई थी, इसके अलावा शरीर के कई अंगों में भी चोट के निशान हैं। अब मामले में पीड़िता की मां ने बेटी की हत्या से पहले रेप का अंदेशा जताया है। उन्होंने कहा कि वे पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं हैं।
शुक्रवार को एक टीवी इंटरव्यू में पीड़िता की मां ने कहा कि वह मामले में पुलिस जांच से संतुष्ट नहीं हैं। कहा कि वह चिंतित है कि उसकी बेटी की हत्या से पहले बलात्कार किया गया था। उन्नाव के सदर कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली पीड़िता की मां ने कहा कि वह मुख्यमंत्री से मिलकर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करना चाहती हैं।
लापता दलित लड़की दो महीने बाद मृत मिली थी
समाजवादी पार्टी के नेता फतेह बहादुर सिंह के बेटे राजोल सिंह के स्वामित्व
वाली जमीन के अंदर एक लड़की का शव बरामद हुआ था। बताया जा रहा है कि लड़की
दो महीने से लापता थी। उसकी मां ने 8 दिसंबर को मामले में गुमशुदगी की
रिपोर्ट दर्ज कराई थी। महिला का आरोप है कि वह दर-दर भटक रही थी लेकिन
सबकुछ व्यर्थ हो गया। गौर हो कि फतेह बहादुर सिंह अखिलेश यादव सरकार में
मंत्री थे।
एक नजर में जानिए क्या-क्या हुआ
- 8 दिसंबर को मामले में FIR दर्ज की गई।
- उन्नाव में पीड़िता की मां ने कहा कि दिवंगत पूर्व मंत्री फतेह बहादुर सिंह के बेटे रजोल सिंह 50 दिन पहले मेरी बेटी को जबरदस्ती ले गए।
- मां की शिकायत पर एएसपी उन्नाव ने कहा कि हमने 22 वर्षीय युवती के अपहरण का मामला दर्ज किया है।
- एएसपी ने कहा था कि आरोपी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। जांच के लिए दो टीमें भी गठित की गई हैं।
- जांच के दौरान 10 फरवरी को पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया।
- आरोपी ने पूछताछ के दौरान राजोल सिंह के साथ मिलकर युवती की हत्या कर उसे दफनाने की बात कबूली।
- पुलिस ने मौके पर पहुंच कर खुदाई करवाई और जमीन से 7 फीट नीचे युवती का शव बरामद किया।
- आरोपी राजोल सिंह के पिता द्वारा बनवाये गए दिव्यानंद आश्रम के बगल में खाली पड़ी जमीन से शव बरामद किया गया।
- 24 घंटे के बाद भी एफआईआर में कोई बदलाव नहीं किया गया, एक प्रभारी निरीक्षक निलंबित।