लखनऊ, (मानवी मीडिया) लखनऊ सत्ता पक्ष ने पहले चरण के मतदान को प्रभावित करने में कोई कमी नहीं छोड़ी, लोगों को मतदान न करने के लिए डराया गया, धमकी दी गई और कई जगहों पर ईवीएम ही ख़राब रही। पहले चरण के मतदान में प्रशासन की विफलता पर निशाना साधते हुए उत्तर प्रदेश कांग्रेस इलेक्शन कैंपेन कमेटी के चेयरमैन श्री पीएल पुनिया ने कहा कि अभी कुछ ही दिन बीते हैं, जब आगरा में एक दिव्यांग का वोट जबरदस्ती भाजपा के पक्ष में डलवाने का प्रयास प्रशासन के लोग कर रहे थे। चुनाव आयोग का भाजपा से गठबंधन है। वह वोटिंग से एक दिन पहले विपक्ष के इंटरव्यू रुकवा देता है, लेकिन प्रधानमंत्री का इंटरव्यू चलने देता है। ठीक वैसे, जैसे चुनाव की घोषणा से पहले पीएमओ चुनाव आयोग को तलब करता है।
उन्होंने कहा कि भाजपा चुनाव में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर रही है और चुनाव आयोग सो रहा है। यह देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था पर कुठाराघात है। यदि एक भी भारतीय का मत उसकी मर्जी के बिना किसी अन्य द्वारा डाला जाता है, तो यह देश की चुनाव व्यवस्था, लोकतंत्र पर दाग है, और देश की जनता के साथ भद्दा मजाक है। उत्तर प्रदेश में शासन-प्रशासन बीजेपी प्रत्याशियों को चुनाव जिताने के लिए सारे नियमों को तोड़ रहा है। और चुनाव आयोग मौन साधे हुए है।
उन्होंने कहा कि जनपद शामली के 9-थानाभवन विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत बूथ संख्या 229-हीट पर निर्वाचन अधिकारी द्वारा सत्ताधारी पक्ष के अलावा किसी अन्य दल के एजेंटों को कार्ड जारी नहीं किया गया। इसी तरह जनपद गाज़ियाबाद में 56-गाज़ियाबाद विधानसभा के अंतर्गत बूथ संख्या 314-इस्लाम नगर रेड मॉल पर लगी ईवीएम मशीन ख़राब थी। उसकी जगह सही मशीन लगाने के लिए जब स्थानीय निर्वाचन अधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी से संपर्क करने का प्रयास किया गया, तो उनका मोबाइल फोन उठा नहीं, न ही कोई जवाब दिया गया। आगरा जनपद के 92-खेरागढ़ विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत बूथ संख्या 257-नगला धोबी से हमें शिकायत मिली कि वहां पर लगी ईवीएम मशीन काम नहीं कर रही है। इस मामले पर जब स्थानीय निर्वाचन अधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी से संपर्क करने का प्रयास किया गया, तो उनका मोबाइल फोन उठा नहीं, न ही कोई जवाब दिया गया।
उन्होंने कहा जनपद आगरा के 94-बाह विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत बूथ संख्या 126-उदयपुर खालसा पर मतदाता जब वोट डालने के लिए पहुंचे, तो उन्हें जानकारी दी गई कि उनका वोट पहले ही पड़ चुका है। यह फर्जी मतदान की तस्वीर दिखाता है और प्रशासन के सत्ता पक्ष के साथ मिलीभगत को परिलक्षित करता है।
उन्होंने कहा जनपद बुलंदशहर के 68-डिबाई विधानसभा क्षेत्र में बूथ संख्या-2 बोरान चौक स्कूल में ईवीएम मशीन ख़राब थी, स्थानीय निर्वाचन अधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी से संपर्क करने का प्रयास किया गया, तो उनका मोबाइल फोन उठा नहीं, न ही कोई जवाब दिया गया। जनपद मथुरा के 84-मथुरा विधानसभा क्षेत्र में चंपा अग्रवाल इंटर कॉलेज में मतदान स्थल पर जाकर कई मतदाताओं को पता चला कि उनके नाम वोटर लिस्ट में शामिल नहीं हैं, जबकि उनके पास वोटर पर्चियां मौजूद हैं। निष्पक्ष चुनाव की प्रक्रिया में ऐसी घटनाएं गंभीर हैं। इसपर जवाबदेही तय कर कार्रवाई होनी चाहिए।