लखनऊ, (मानवी मीडिया)कांग्रेस ने केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन के उस बयान की तीखी आलोचना की है जिसमें उन्होंने बजट पर श्री राहुल गांधी की प्रतिक्रिया को ‘‘यूपी टाइप जवाब’’ बताया है। यूपी कांग्रेस के मीडिया एवं कम्युनिकेशन विभाग के वाइस चेयरमैन डॉ.पंकज श्रीवास्तव ने इसे सीधे-सीधे उत्तर प्रदेश का अपमान बताते हुए कहा है कि वे एक ऐसे प्रदेश का अपमान कर रही हैं जो न केवल अपनी राजनीतिक चेतना के लिए जाना जाता है बल्कि अपने बौद्धिक इतिहास की वजह से भी जाना जाता है. उत्तर प्रदेश का अपमान करके निर्मला सीतारमन राम और कृष्ण की धरती का अपमान कर रही हैं.
डॉ.पंकज ने कहा कि वित्तमंत्री ने अपने एक बयान से झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, क्रांतिकारी मंगल पांडे से लेकर चंद्रशेखर आज़ाद, अशफ़ाक उल्लाह, रामप्रसाद बिस्मिल तक का अपमान किया है. यही नहीं, उन्होंने ऐसा बयान देकर उत्तर प्रदेश के उस बौद्धिक इतिहास को ललकारा है जो गोरखनाथ, रैदास, कबीर और तुलसीदास जैसे संतों से जुड़ा हुआ है.
उन्होंने कहा कि वित्तमंत्री ने जो बयान दिया है वह भगवान राम और भगवान कृष्ण की जन्मस्थली का भी अपमान है. उनके बयान से जाहिर हुआ है कि अयोध्या और मथुरा का नाम भाजपा के लिए सिर्फ़ राजनीति का मुद्दा है.कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि वित्तमंत्री तत्काल अपना बयान वापस लें और माफ़ी मांगें.
कांग्रेस नेता ने कहा कि निर्मला सीतारमन कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष श्री राहुल गांधी जी का अपमान करने के इरादे से ऐसा कुछ बोल गई हैं जिसे उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ जनता शायद कभी माफ़ नहीं करेगी. उन्हें शायद पता नहीं है कि उत्तर प्रदेश के लिए कहा जाता है कि दिल्ली में सरकार का रास्ता उत्तर प्रदेश से ही होकर जाता है.उस उत्तर प्रदेश का जिसने इस देश को अब तक नौ प्रधानमंत्री दिए हैं. जिनमें पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से लेकर लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, चौधरी चरण सिंह, चंद्रशेखर से लेकर राजीव गांधी तक शामिल हैं.
डॉ.पंकज श्रीवास्तव ने कहा कि जब वित्तमंत्री उत्तर प्रदेश का उपहास उड़ा रही थीं तो शायद भूल गईं कि वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के वाराणसी से चुनकर संसद में पहुंचे हैं. और उनकी ही पार्टी के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी उत्तर प्रदेश से ही संसद में पहुंचे थे कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी पूछना कि राज्य की जनता के मुखिया होने के नाते वे अपनी पार्टी की केंद्रीय मंत्री के इस बयान के बारे में क्या सोचते हैं. और क्या वे मोदी मंत्रिमंडल के किसी सदस्य के बयान पर आपत्ति जताने का माद्दा रखते हैं?
उन्होंने कहा कि वित्तमंत्री ने उस उत्तर प्रदेश का अपमान किया है जिसने इस देश को अब तक नौ बार प्रधानमंत्री दिए हैं. जिनमें पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से लेकर लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, चौधरी चरण सिंह, चंद्रशेखर से लेकर राजीव गांधी तक शामिल हैं. निर्मला सीतारमन ने जो बयान उत्तर प्रदेश को लेकर दिया है उससे यह भी ज़ाहिर होता है कि भाजपा और आरएसएस के लोग दरअसल उत्तर प्रदेश के बारे में कैसे विचार रखते हैं. वे न तो गोरखपीठ की महत्ता को समझते हैं, न तुलसीदास के रामचरित मानस का मान रखना जानते हैं और न कबीर और रैदास जैसे महान संत की महत्ता को समझते हैं. कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि निर्मता सीतारमन अपने इस बयान के लिए तत्काल माफ़ी मांगें. न केवल उत्तर प्रदेश की जनता से बल्कि देश की जनता से भी. वरना इस चुनाव में ही जनता इसका जवाब देगी