पुनिया ने कहा कि भारत में यदि एक भी भारतीय का मत उसकी मर्जी के बिना किसी अन्य द्वारा डाला जाता है, तो यह देश की चुनाव व्यवस्था, लोकतंत्र पर दाग है, और देश की जनता के साथ भद्दा मजाक है। आगरा की फतेहदाबाद विधानसभा में जगराजपुर में दिव्यांग सुरेंद्र सिंह से पोलिंग टीम ने भाजपा के पक्ष में जबरदस्ती वोट डलवाया है। इसका वीडियो भी वायरल है, एसडीएम कह रहे हैं कि एक वोट से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। यह व्यक्ति की आजादी पर हमला नहीं बल्कि उसकी स्वतंत्रता की हत्या है। इस घटना को हमारे देश के राष्ट्रपति, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल, भारत के मुख्य न्यायाधीश, भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त को संज्ञान में लेना चाहिए। क्योंकि ऐसी घटनाएं लोकतंत्र पर खतरा हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं से स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश में शासन-प्रशासन बीजेपी प्रत्याशियों को चुनाव जिताने के लिए सारे नियमों को तोड़ रहा है। और चुनाव आयोग मौन साधे हुए है। प्रदेश में बैलेट वोटिंग के नाम पर भाजपा को समर्थन देने की शासन-प्रशासन की मिलीभगत सामने आ गई है। सोचिए, चुनाव निष्पक्ष क्यों नहीं हो पा रहा है। जनता बड़ी आशा से भारत के लोकतंत्र की रक्षा करने वाले पदों पर बैठे लोगों से उम्मीद कर रही है। कांग्रेस हमेशा निष्पक्ष चुनाव कराने के पक्ष में रही है और कांग्रेस सरकारों ने हमेशा संविधानिक संस्थानों को मजबूत किया है और संविधानिक पदों पर बैठे लोगों को ताकत दी है। जनता वैसे ही उम्मीद बीजेपी सरकारों से करती है।