सपा सरकार में विकास का कार्य सिर्फ एक क्षेत्र व एक समुदाय में सीमित होकर रह गया है। दलित व अति पिछड़े वर्ग के मामले में ज्यादातर हमें इन का सौतेला रवैया ही देखने को मिला है। इसके साथ किन वर्गों के संतों गुरुओं एवं महापुरुषों आदि को भी सम्मान नहीं दिया गया है, सपा द्वारा हमेशा इनका अनादर किया गया।
अखिलेश यादव की सपा सरकार ने प्रदेश में एससी एसटी का सरकारी ठेकों में आरक्षण खत्म कर दिया था। जिसकी व्यवस्था पहली बार बीएसपी की सरकार में ही की गई थी। संसद में सपा सरकार ने एससी एसटी के पदोन्नति का बिल फाड़ दिया था और उसे पास नही होने दिया था। एससी एसटी के छात्रों का विदेश जाकर पढ़ाई करने की सपा सरकार ने बंद कर दिया था। पंचशील का नाम बदलकर हापुड़ कर दिया, संत रविदास का नाम बदलकर इन्होंने भदोही कर दिया, भीम नगर का नाम बदलकर संभल कर दिया, छत्रपति शाहूजी महाराज मेडिकल कॉलेज का नाम बदलकर किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज कर दिया, कांशीराम कृषि विश्वविद्यालय बाँदा का नाम बदलकर, माननीय कोर्ट के निर्णय की आड़ में अनुसूचित जाति व जनजाति गलत तरीकों से डिमोशन कर दिया, अनुसूचित जाति व जनजाति के छात्रों का शून्य शुल्क पर प्रवेश समाप्त कर दिया। अनुसूचित जनजाति की छात्रवृत्ति रोकने का काम किया।
कांशीराम अरबी फारसी विश्वविद्यालय का भी नाम बदल दिया, लखनऊ के गोमती नगर में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर पार्क जो बीएसपी की सरकार में बनाया गया था उसका नाम बदलकर जनेश्वर मिश्र पार्क कर दिया, सरकारी भूमि आवंटन में एससी एसटी को मिलने वाली प्राथमिकताओं को खत्म कर दिया, एससी एसटी की भूमि खरीदने को लेकर नया संशोधन लेकर आए जिसमें बिना डीएम की अनुमति के कोई भी उनकी जमीन खरीद सकता था जिससे इन कमजोर वर्गों की जमीनों पर कब्जा किया जा सके, इस प्रकार से सब पावर अखिलेश यादव का दलितों व पिछड़ों एवं इसके संतो महापुरुषों आदि के प्रति इनका ऐसा यह प्रेम है। जिसका इन वर्गों के लोगों को इस चुनाव में समाजवादी पार्टी सबक सिखाना बहुत जरूरी है और इतना ही नहीं बल्कि मैं यह भी सोच रही थी सपा सरकार के हटने के बाद शायद बीजेपी की सरकार सपा के फैसले को बदल देगी लेकिन ऐसा नहीं किया गया जैसे सपा की तरह बीजेपी सरकार की भी दलितों अन्य पिछड़े वर्गों के प्रति जातिवादी मानसिकता साफ झलकती है इसलिए सपा के साथ-साथ भाजपा को भी सबक सिखाना बहुत जरूरी है।इसी प्रकार भाजपा सरकार की नीतियों व कार्यशैली अधिकांश यहां जातिवादी, पूंजीवादी एवं आर एस एस के संकीर्ण एजेंडे को लागू करने पर ही टिकी रही है। जिससे प्रभावित एवं शिकार हुए लोगों का इस सरकार में सही से विकास एवं उत्थान नहीं हो सका है, साथ ही इनका हर स्तर पर काफी ज्यादा उत्पीड़न भी किया गया है,भाजपा ने धर्म के नाम पर हमेशा से यहां तनाव और नफरत का ही वातावरण बनाए रखा है, प्रदेश में हर प्रकार के अपराध भी खासा बड़े हैं, खासकर दलित व महिलाएं भी कतई भी सुरक्षित नहीं है, लेकिन मीडिया में इनकी आंकड़ों को ज्यादा तक दबा दिया जाता है, आगरा में तो इतना बुरा हाल है दलितों का कि पुलिस की कस्टडी में दलित वर्ग एक नवयुवक को मार दिया जाता है, इसके अलावा प्रदेश में गरीबों मजदूरों,बेरोजगारों अन्य मेहनतकश लोगों के साथ साथ दलितों, आदिवासियों अन्य पिछड़े वर्ग मुस्लिम एवं अन्य धार्मिक अल्पसंख्यक समाज के लोगों के हित व कल्याण के लिए बरसों से जो भी यहां सरकारी योजनाएं चल रही थी तो उनका भी ने सरकार में सही से पूरा लाभ नहीं मिल सका है, खासकर दलितों व पिछड़ों को भी आरक्षण का पूरा लाभ नहीं मिल सका है क्योंकि इन्हें ज्यादातर सरकारी कार्य प्राइवेट सेक्टर के जरिए ही कराया जा रहा है, जिसमें आरक्षण की कोई व्यवस्था नहीं है, सरकारी नौकरियों में भी इनका आरक्षण का कोटा भाजपा सरकार में भी पूरा नहीं किया गया है, मुस्लिम धार्मिक व अल्पसंख्यक के लोगों के साथ तो बीजेपी के सरकार में अधिकांश उन्होंने पक्षपात रवैया अपनाया है, भाजपा सरकार में अपर कास्ट समाज से विशेषकर प्रबुद्ध वर्ग भी हर मामले में अपने आप को काफी ज्यादा उपेक्षित दिखा है, इसके अलावा आर्थिक नीतियों के कारण यहां गरीबी बेरोजगारी व महंगाई आदि भी काफी ज्यादा बढ़ी है, चुनाव घोषित होने से पहले डीजल पेट्रोल व रसोई गैस आदि के आए दिन बढ़ी कीमतों में भी जनता की जादे मुश्किलें बढ़ाई हैं चुनाव खत्म होने के बाद सभी चीजों की कीमतें फिर से बढ़ा दी जाएंगी। पूरे देश के किसान भी केंद्र सरकार से काफी ज्यादा दुखी हैं। देश में बेरोजगार लोगों को रोजगार न मिलने के कारण पलायन भी करना पड़ा है, आजादी के बाद कांग्रेस पार्टी लंबे अरसे तक यहां सत्ता में रही लेकिन रोटी रोजी का साधन ना मिलने पर पलायन करते हैं लोग। और जब बीजेपी पावर में आई तब आप लोग को मालूम है कि यह सिलसिला जारी रहा और कोरोना के चलते बाकी राज्यों से वापस आ गए जब उनको रोटी रोजी की सुविधा नहीं मिली तो उन्हें पुनः पलायन करना पड़ा। पर नगर में भी बड़े पैमाने पर सपा सरकार ने लोगों को पलायन करने पर मजबूर किया। कोई तीनों पार्टी भी जो सरकारी हैं किसी न किसी कारण वर्ष जो दुखी पीड़ित लोग हैं उन्हें पलायन करना पड़ा।
कोरोना महामारी के दौरान तो इन सभी की हालत और भी ज्यादा खराब हो गई है, इन सभी विरोधी पार्टियों से निजात पाने के लिए अभी चुनाव में प्रदेश की जनता को अपने एकमात्र की तैसी पार्टी बीएसपी को वोट देकर सरकार बनानी है। बहुजन समाज पार्टी अपने चारों रहे शासनकाल के दौरान बिना पक्षपात यहां कमजोर एवं उपेक्षित लोगों के साथ-साथ सर समाज का विकास किया है। इसके अलावा बीएसपी की सरकार में दलित एवं अन्य पिछड़े वर्गों में जन्मे गोवा महापुरुषों आदि को भी विभिन्न रूपों में पूरा पूरा आदर सम्मान दिया गया है, जिसका विरोधी पार्टियों द्वारा काफी ज्यादा उपेक्षा की गई है। इसके साथ-साथ बीएसपी के सरकार में पूर्व की तरह ही सभी वर्गो धर्मों व विभिन्न क्षेत्रों में लगे लोगों के हितों में भी फिर से ऐतिहासिक कार्य किए जाएंगे। गरीबी व बेरोजगारी आदि को दूर करने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे। यही बहुजन समाज पार्टी का मुख्य एजेंडा रहेगा। साथी किसी भी मामले में किसानों को भी निराश नहीं होने दिया जाएगा। आगरा और फिरोजाबाद में जो का कारोबार चलना है उनकी समस्याओं को भी दूर किया जाएगा।
साथ ही केंद्र और यूपी सरकार के विवादित नियम व कानून को जल्दी से लागू नहीं होने दिया जाएगा। इतना ही नहीं बल्कि बीएसपी की सरकार में इन महा संतों गुरुओं एवं महापुरुषों आदि के आदर सम्मान में व उनके नाम पर जनहित की अनेकों को योजनाएं शुरू की गई थी साथ ही नए जिलों के नाम भी रखे गए थे तो उन्हें अधिकांश सपा सरकार द्वारा बदल दिया गया है जिससे उनके प्रति इनकी हीन व जातिवादी मानसिकता भी झलकती है बीएसपी की सरकार जरूर बहाल कर दिया जाएगा। बीएसपी की सरकार बनने पर सपा और भाजपा दौरा कानून व्यवस्था को खराब करने का जो काम किया गया है उसको दुरुस्त किया जाएगा। और कानून द्वारा कानून का राज चलाया जाएगा। ताकि यहां के लोगों का शोषण व उत्पीड़न आदि नहीं हो सके। कानून व्यवस्था को यात्री मनाने के लिए विशेष अभियान के तहत यहां गुंडों बदमाशों माफियाओं व अन्य अपराधियों को जेल की सलाखों में ही भेजो जाएगा। जाति धर्म व राजनीतिक द्वेष के भावनाओं के तहत लोगों को खासकर धरना प्रदर्शन आदि के नाम पर जबरदस्ती गलत धाराओं में फंसा कर केस चलाया जा रहा है उन मामलों की भी सही से जांच करा कर उनके केस भी खत्म किए जाएंगे। प्रदेश की जय ले जो ऐसे अधिकांश लोगों से भरी गई हो तो उन्हें खाली कराकर के अपराधिक तत्वों को जेल के अंदर भेजा जाएगा।
इसके अलावा शिक्षा के क्षेत्र में या अन्य विभागों के के कर्मचारी जो आए दिन अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन एवं हड़ताल आदि करते हैं तो वह उन सभी मामलों को एक आयोग का गठन करके सभी मांगों को पूरा किया जाएगा। इन सभी कार्यों को पूरा करने के लिए बीएसपी की सरकार बनाना बहुत जरूरी है। पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को विरोधी पार्टियों के साम दाम दंड भेद से बचना होगा। विरोधी पाटिया जिस तरह चुनाव होने से पहले या चुनाव के दौरान ही अपनी हवा बनाने के लिए सर्वे,मीडिया, ओपिनियन पोल का गलत इस्तेमाल करती है उससे आप लोगों को गुमराह नहीं होना है। कुछ जातिवादी मीडिया ने इस चुनाव में हमारी पार्टी के लोगों का मनोबल गिराने का पूरा प्रयास किया है यह जातिवादी मीडिया कहती है कि आपकी नेता कहीं नजर नहीं आ रही है।
मैं मीडिया बंधुओं को बताना चाहती हूं कि जो यह गलत खबर दिखाते हैं कि बहन किधर है बहन जी इसी काम में लगी हुई थी, बहन जी चुनाव की तैयारी में लगी हुई थी, मीडिया बंधुओं को यह बताना चाहती हूं बसपा चुनाव में फिर से सन 2007 की तरह बीएसपी का चौकाने वाला रिजल्ट आएगा।
जब 2007 का चुनाव हुआ था तब मीडिया इस बार की तरह ही बीएसपी का कहीं आकलन नहीं कर रही थी और बीएसपी के बारे में इनका ओपिनियन पोल आदि कि बीएसपी तीसरे नंबर पर आएगी और जब रिजल्ट आया तो बीएसपी नंबर वन पर आई और एब्सलूट मेजॉरिटी के साथ सरकार बनाई। और मुझे तो लगता है इस बार भी ऐसा ही होने वाला है मीडिया को ओपिनियन पोल सर्वे आदि सब धरा का धरा रह जाएगा।
बीएसपी विरोधी पार्टियों की तरह चुनाव के समय किसी भी तरह का घोषणा पत्र जारी नहीं करती है। क्योंकि बीएसपी कहने में बहुत कम और कार्य करने में ज्यादा विश्वास रखती है। और ऐसा हम नहीं यहां यूपी में रही चारों सरकार के द्वारा हमने करके दिखाया है।
बीजेपी के लोग कहते रहते कि हमने गरीबों को इतने मकान दिए क्या वह मकान कहीं नजर आ रहे हैं, जब मेरी सरकार थी तो हमने बड़े पैमाने पर ही फ्री मकान दिए थे जो जमीन पर दिखाई पड़ते हैं।हमारी योजनाओं के नाम और कार्यों को बदलकर विरोधी पार्टियों की सरकारें उन्हीं को ही भुनाने में लगी है। क्योंकि इनकी सोच और नियत सही नहीं है उसमें भी अब फेल ही होते नजर आए।
आप सब लोग जानते हैं या लखनऊ जाते हैं तो पहले का लखनऊ आपने देखा और मेरे सत्ता में आने के बाद का लखनऊ देखा है लोग भाग के दूसरे राज्यों से आते हैं विदेशों से लखनऊ देखने आते हैं, और आगरा मंडल में भी मैंने काफी काम किया है, लोग कहते हैं मथुरा धार्मिक स्थल है, मथुरा जिले में सभी धर्मों को मानने वाले लोग रहते हैं लेकिन उस जिले का जो भी विकास हुआ वह मेरी सरकार में ही हुआ है उसके बाद मथुरा जिले का कोई भी विकास नहीं हुआ है, केवल मीडिया में हवा हवाई बातें करने से विकास नहीं होता, और लोगों को धर्म की आड़ में उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ करते हैं भाजपा वाले, लेकिन हकीकत में जमीनी तौर पर अगर विकास का काम वहां पर हुआ है तो भाजपा सरकार में नहीं बसपा सरकार में हुआ है, पूरे 5 साल के अंदर क्या कोई आपको विकास कार्य नजर आया, आप लोगों के साथ तो जुल्म हुआ है,विकास किनका हुआ है जो बड़े बड़े पूंजीपति हैं, आर एस एस के लोग हैं उनका विकास हुआ है जनता का विकास नहीं हुआ है।
हमारी आप सभी से अपील है सुबह उठते ही अपने-अपने बूथों पर वोट डालने जाना है ताकि आपका वोट कोई और ना डाल सके। हाथी चुनाव चिन्ह के सामने बटन दबाकर बीएसपी को जिताना है। सन 2007 की तरह बीएसपी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनानी है तभी फिर प्रदेश में अमन चैन कायम होने के साथ-साथ यहां सभी धर्मों व वर्गों के लोगों का भी सही से विकास हो पाएगा, अन्याय अपराध वह भ्रष्टाचार मुक्त एवं विकास रूपी वातावरण बन पाएगा। और तभी फिर यहां बाबा भीमराव अंबेडकर एवं कांशी राम जी का सपना साकार हो पाएगा। मैं खासतौर से मुरादाबाद मंडल में सर्व समाज के लोगों के साथ साथ जो कमजोर सेक्सन के लोग हैं अपर कास्ट में गरीब लोग हैं और बड़ी तादाद में जहां पर मुस्लिम आबादी है मुस्लिम वर्गों के साथ साथ में सभी वर्गों को बताना चाहती हूं भारतीय जनता पार्टी की सरकार की तरह मेरी हुकूमत में किसी भी मामले में मुस्लिम भाइयों के साथ कोई पक्षपात नहीं होगा और आप लोगों ने मेरी चार बार हुकूमत देखी है, मैंने अपनी चार बार की हुकूमत के दौरान ना तो उपर कास्ट के लोगों के साथ कोई पक्षपात होने दिया, ना दलितों के साथ में पिछड़ों के साथ और ना ही अपर कास्ट में से खासकर मुस्लिम भाइयों के साथ आप लोगों के जानमाल और मजहब की पूरी हिफाजत की जाएगी आप लोगों के बच्चों को भी रोटी रोजी के साधन दिए जाएंगे इसी उम्मीद के साथ अब मैं आप लोगों को यह कहना चाहती हूं कि आज कितनी कड़ाके की ठंड है, यहां बरसात हुई है, मुझे शमसुद्दीन कह रहे थे कि बहन बहुत ठंड है आप मत आना मैंने समसुद्दीन से कहा कि कितना भी मौसम खराब है जो तारीख दे दिया है मैं उस तारीख में जनता के बीच जाऊंगी और मैं लखनऊ से 10:30 बजे से निकली हूं, बाई प्लेन में पहले दिल्ली पहुंची और हेलीकॉप्टर उड़ने की परमिशन नहीं मिली क्योंकि मौसम खराब था, और मुझे भरोसा था कि मुझे सुनने के लिए आप सभी लोग आएंगे, और आज मैं आप सब को एडवांस में बताना चाहती हूं कि वोट वाले दिन हो सकता है मौसम खराब हो तो आप घरों में बैठे मत रह जाना कितना भी मौसम खराब हो आप लोग खराब मौसम में भी घरों से निकलकर अपना वोट डालने के लिए अपने अपने पोलिंग बूथ पर जरूर जाना और बसपा के उम्मीदवारों को जीत दिलाना। अब मेरा आप लोगों से ही कहना है कि
कु0 मायावती का नारा
हर पोलिंग बूथ को जिताना है बीएसपी को सत्ता में लाना है।