नई दिल्ली (मानवी मीडिया) : मिजोरम के रास्ते अवैध तरीके से भारत से म्यांमार में इंसानों के बालों की तस्करी के लिए पिछले सप्ताह दो दिनों तक बड़ा तलाशी अभियान चलाया गया, जिसमें बड़ी मात्रा में नकद रुपये जब्त किए गए हैं। ये जानकारी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को दी।
ईडी ऑनलाइन चीनी सट्टेबाजी मोबाइल एप्लिकेशन के फंड ट्रेल की जांच कर रहा था जब उसे पता चला कि म्यांमार को जोड़ने वाली सीमाओं पर स्थानीय बालों का व्यापार करने वालों को बड़ा भुगतान किए गया है।
ईडी ने तलाशी अभियान के दौरान 1.20 करोड़ रुपये नकद बरामद करने के अलावा विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज, हाथ से लिखी डायरी, डिजिटल उपकरण जब्त किए हैं।
ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, मिजोरम के रास्ते अवैध भूमि मार्गों से भारत से म्यांमार में इंसानो के बाल की तस्करी से संबंधित खोज की गई। इस तरह बड़ी नकदी जब्त की गई।
ईडी ने ऑनलाइन चीनी सट्टेबाजी मोबाइल एप्लिकेशन की फंड ट्रेल जांच में स्थानीय बाल व्यापारियों को बड़े हवाला भुगतान के बाद मनी लॉन्ड्रिंग जांच शुरू की
ईडी ने पहले मामले की सूचना हैदराबाद पुलिस को दी जिसने आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की।
इसमें पता चला कि नायला फैमिली एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड ने एमडी इब्राहिम पटेल के साथ कई स्थानीय स्वामित्व वाली फर्मो के बेनामी आयात निर्यात कोड (आईईसी) का उपयोग करके इंसान के बाल निर्यात किए थे।
साथ ही, बड़े पैमाने पर इंसान के बालों की घरेलू बिक्री आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से गुवाहाटी और कोलकाता तक हो रही है।
अधिकारी ने कहा, घरेलू रूप से बेचे जाने वाले ये सभी बाल म्यांमार के रास्ते चीन तक पहुंच रहे हैं और बिक्री से होने वाली आय मिजोरम के शेल बैंक खातों से प्राप्त हो रही है।
ईडी ने तब मिजोरम से बाहर निम्नलिखित शेल संस्थाओं पर ध्यान दिया, जो सैकड़ों करोड़ नकद जमा कर रही हैं और फिर जमा राशि को पूरे भारत में फैले कई बाल व्यापारियों को भेज रही हैं, जिसमें (1) मिस सेंट मैरीज जेम इंडस्ट्रीज, चंपाई (2) मिस सन मून ह्यूमन हेयर, चंपाई (3) मिस थारी एंटरप्राइजेज आइजवालैंड शामिल हैं।
चंपाई जिले का रहने वाला लुकास थांगमंगलियाना नाम का शख्स हवाला ऑपरेशन का मुख्य सूत्रधार है।
ईडी ने कई संदिग्ध बैंक खातों की पहचान की है जिनका इस्तेमाल भारी मात्रा में नकदी जमा करने के लिए किया जा रहा है, उसने ऐसे 139 बैंक खातों के खिलाफ पीएमएलए के तहत फ्रीजिंग आदेश जारी किया।
बैंकरों और खाताधारकों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।