नई दिल्ली (मानवी मीडिया) नरेंद्र मोदी सरकार के डिजिटल इंडिया मुहिम की वजह से इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक यानी IPPB ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। दरअसल, IPPB ने तीन साल के भीतर 5 करोड़ नए ग्राहक जोड़े हैं। इन ग्राहकों के अकाउंट पूरी तरह डिजिटल और पेपरलेस मोड में खोले गए हैं।
दिलचस्प बात यह है कि कुल खाताधारकों में से लगभग 48 फीसदी महिला खाताधारक, जबकि 52 फीसदी पुरुष हैं। IPPB के मुताबिक लगभग 98 फीसदी महिलाओं के खाते दरवाजे पर खोले गए और 68 फीसदी से अधिक महिलाएं डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) का लाभ उठा रही हैं। आंकड़ों के मुताबिक 41 फीसदी से अधिक खाताधारक 18 से 35 वर्ष के आयु वर्ग के हैं।
IPPB ने ये खाते 1.36 लाख डाकघर के माध्यम से खोले गए हैं। इनमें से 1.20 लाख ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। वहीं, लगभग 1.47 लाख डोरस्टेप बैंकिंग सेवा प्रदाताओं की मदद ली गई है। IPPB के मुताबिक उसने एनपीसीआई, आरबीआई और यूआईडीएआई की इंटरऑपरेबल पेमेंट्स और सेटलमेंट सिस्टम के माध्यम से 13 से अधिक भाषाओं में डिजिटल बैंकिंग का काम किया है।