लखनऊ (मानवी मीडिया): समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा कि समाजवाद का रास्ता ही असल में रामराज्य का मार्ग है। यादव ने दावा किया कि भगवान श्रीकृष्ण हर रात उनके सपने में आते हैं और कहते हैं कि समाजवादी सरकार बनने जा रही है। यादव ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘भगवान श्रीकृष्ण मेरे भी सपने में आते हैं और कल भी आए थे, रोज आते हैं और कहते हैं कि समाजवादी सरकार बनने जा रही है।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा अक्सर रामराज्य की बात करती है लेकिन असल में समाजवाद का रास्ता ही रामराज्य का रास्ता है। उन्होंने कहा, "समाजवाद का रास्ता ही रामराज्य का रास्ता है। जिस दिन पूरी तरह से समाजवाद लागू हो जाएगा उसी दिन से रामराज्य शुरू हो जाएगा।"
उल्लेखनीय है कि पूर्व मुख्यमंत्री ने रविवार को लखनऊ में भगवान परशुराम के नवनिर्मित मंदिर में दर्शन पूजन करने के बाद दसवें चरण की समाजवादी विजय यात्रा को आगे बढ़ाया था।
सपा अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा, "जिस व्यक्ति के ऊपर तमाम गंभीर धाराओं में मामले दर्ज थे, भाजपा ने उसे मुख्यमंत्री बना दिया। भाजपा के बहुत से नेता जो बुजुर्ग हैं, जो कई वर्षों से खून पसीना बहा कर पार्टी को मजबूत कर रहे थे, वह कई बार कहते हैं कि हम तो खून पसीना बहा रहे थे, यह न जाने कहां से आए , इन्हें हमारे ऊपर बैठा दिया गया।"
योगी आदित्यनाथ के आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने संबंधी सवाल पर यादव ने कहा कि जब वह जनता के बीच जाएंगे तो उनसे पूछा जाएगा कि रोजगार देने और किसानों की आय दोगुनी करने समेत तमाम वादे क्यों नहीं पूरे हुए। उन्होंने कटाक्ष किया, "सब लोग जानते होंगे कि जब बेटा परीक्षा में पास ना हो पा रहा हो तो कई बार मां-बाप और चाचा भी जाते हैं थोड़ी नकल कराने के लिए। हमारे बाबा मुख्यमंत्री फेल हो चुके हैं। अब उन्हें कोई पास नहीं करा सकता और जो लोग उन्हें पास कराने आ रहे हैं वे भी पास नहीं करा पाएंगे।"
यादव ने खुद के विधानसभा चुनाव लड़ने की संभावना के बारे में पूछे गए एक सवाल पर कहा कि जहां से उनकी पार्टी कहेगी वहां से वह विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। सपा अध्यक्ष ने चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश के कुछ गांवों के नाम कथित रूप से बदले जाने की खबर का जिक्र करते हुए कहा, "जो हमारा पड़ोसी देश है वह हमारे मुख्यमंत्री जी से कुछ सीख गया है। उसने गांव के नाम बदल दिए। यह काम तो हमारे मुख्यमंत्री जी किया करते हैं लेकिन चीन ने भी उनसे सीख लिया।"
वरिष्ठ आईएएस अधिकारी दुर्गा शंकर मिश्रा को प्रदेश का मुख्य सचिव बनाए जाने का जिक्र करते हुए यादव ने कहा, "हमारे बाबा मुख्यमंत्री ऐसे सो रहे थे कि अचानक उनका मुख्य सचिव बदल गया है, पता ही नहीं चला।"
उन्होंने सरकार बनने पर घरेलू उपभोक्ताओं को 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने के अपने वादे का जिक्र करते हुए कहा कि इससे सबसे ज्यादा करंट भाजपा को ही लगा है। उन्होंने कहा कि 300 यूनिट घरेलू बिजली मुफ्त देने का वादा इसलिए किया गया है क्योंकि सपा की पिछली सरकार के कार्यकाल में बिजलीघर लगाने की अनेक परियोजनाएं शुरू की गई थी जिन्हें मौजूदा भाजपा सरकार पूरा नहीं कर पाई। उन्होंने कहा कि दोबारा सपा की सरकार बनने पर वे योजनाएं पूरी की जाएगी और सभी घरेलू उपभोक्ताओं को 300 यूनिट बिजली मुफ्त मिलेगी।
इस मौके पर आंबेडकर नगर से पूर्व बसपा सांसद राकेश पांडेय, बहराइच से भाजपा की मौजूदा विधायक माधुरी वर्मा, पूर्व विधान परिषद सदस्य कांति सिंह, प्रतापगढ़ से पूर्व विधायक बृजेश मिश्रा और विशाल जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीरबल सिंह कश्यप अपने समर्थकों के साथ सपा में शामिल हो गए।
गौरतलब है कि कुर्मी समाज से आने वाली विधायक माधुरी वर्मा को यादव ने पार्टी में शामिल कराकर एक जातीय समीकरण साधने की पहल की है। माधुरी के पति पूर्व विधायक दिलीप वर्मा पहले ही सपा में शामिल हो चुके हैं। माधुरी विधान परिषद की भी सदस्य रही हैं और बहराइच जिले में इस परिवार का प्रभाव है। कुर्मी बिरादरी की ही पूर्व एमएलसी कांति सिंह को भी यादव ने सपा की सदस्यता ग्रहण कराई। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी कुर्मी बिरादरी से ही हैं और सपा ने भी अपने प्रदेश संगठन का नेतृत्व इसी बिरादरी के नरेश उत्तम पटेल को सौंपा है। इसके अलावा बसपा छोड़कर सपा में शामिल हुए पूर्व सांसद राकेश पांडेय का अंबेडकरनगर और अयोध्या जिले में प्रभाव माना जाता है। राकेश पांडेय के पुत्र रितेश पांडेय अंबेडकरनगर से बहुजन समाज पार्टी के सांसद हैं और लोकसभा में बसपा के दल नेता भी ह्रैं। सपा अध्यक्ष ने इन सभी नेताओं का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि अब उन्हें पूरा भरोसा है कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेश में बदलाव आएगा और सपा की सरकार बनेगी।