लखनऊ (मानवी मीडिया)समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग से मांग की है कि भाजपा सरकार कार्यकर्ता के रूप में काम करने वाले अधिकारियों को हटाया जाए। उन्होंने आयोग से यह भी कहा कि कोविड-19 के प्रोटोकॉल के तहत गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत अन्य राज्यों से आने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं को रोके और जो लोग यहां आ गए हें उन्हें वापस भेंजे। ये लोग यहां ट्रेनिंग लेकर अफवाह फैलाने, पैसा बांटने, झूठ और नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं। इससे निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव प्रभावित हो रहा है।
अखिलेश यादव आज पार्टी मुख्यालय, लखनऊ में भाजपा के पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान और अपना दल विधायक श्री आर.के. वर्मा को समाजवादी पार्टी में शामिल कराने के उपरांत मीडिया कर्मियों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा जनता भाजपा से नाराज और आक्रोशित है। भाजपा के नेता वोट मांगने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे है। जनता इनकी कुटाई कर रही है। भाजपा से समाजवाद, लोकतंत्र और सद्भाव को खतरा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि सब साथ आएं और भाजपा की जमानत जब्त कराएं।
यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी विकास और सकारात्मक राजनीति करती है। बीजेपी लगातार झूठ बोलने, नकारात्मक विभाजन और समाज को तोड़ने की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि चुनाव में तमाम सर्वे दिखाए जा रहे हैं। लेकिन जमीनी हकीकत में समाजवादी पार्टी के पक्ष में लहर है।
अखिलेश यादव ने कहा कि महंगाई बहुत बढ़ गई है गरीब लोग कुछ भी नहीं खरीद सकते। इसके लिए भाजपा जिम्मेदार है। मकर संक्रांति पर मुख्यमंत्री के दलित के घर खिचड़ी खाने को लेकर उन्होंने कहा कि भाजपा वोट के लिए सब करती है। वोट के लिए खिचड़ी खा रहे हैं। उन्हें पेड़-पौधों पशुपक्षियों और प्रकृति से कोई लगाव नहीं है। अब उन्हें गोरखपुर में ही ठहर जाना है। इस बात को दलित और पिछड़े सब समझते हैं। भाजपा ने उनका हक मारा है। भाजपा बताएं कि गोरखपुर विश्वविद्यालय और एकेटीयू समेत अन्य स्थानों पर हुई भर्तियों में कितना सामाजिक न्याय किया है। अब धीरे-धीरे इनकी हर जगह पोल खुल रही है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा धीरे-धीरे सब कुछ निजी क्षेत्र में देकर आरक्षण खत्म कर देगी। बीजेपी साजिश और षडयंत्र करके संविधान विरोधी काम कर रही है और आरक्षण को कमजोर कर रही है। इस बात को दलित और पिछड़ा समझता है। प्रदेश में समाजवादी पार्टी गठबंधन की सरकार बनने पर हम 3 महीने में जातीय जनगणना कराकर सभी जातियों और वर्गों को उनका हक और सम्मान दिलाएंगे।अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता कोविड-19 प्रोटोकॉल को मानते हुए फिजिकली लोगों के घर घर जाएंगे और पार्टी का प्रचार करेंगे। सरकार बनाने के लिए वोट की अपील करेंगे।
दारा सिंह चौहान ने कहा कि इस सरकार ने सबका साथ लिया लेकिन विकास कुछ लोगों का हुआ। प्रदेश का पिछड़ा समाज अब ठगने वाला नहीं है। दलित, वंचित समाज भी सपा के साथ है। किसान इस ठंड में अपनी घर की जगह खेत में सो रहे हैं अपनी फसल बचाने के लिए। 5 साल तक हमने इंतज़ार किया, हमें धोखा मिला भाजपा के वायदे को पूरा होने का इंतजार किया। “85 हमारा है, 15 में भी बंटवारा है, यही नहीं 100 भी हमारा है“।
दारा सिंह चौहान ने कहा कि अखिलेश यादव विजनरी नेता हैं वे राजनीति के रोल मॉडल है। उन्होंने प्रदेश का अभूतपूर्व विकास किया है। उनके नेतृत्व में प्रदेश खुशहाल होगा। श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में लोकतंत्र सुरक्षित होगा। वही भारत के भविष्य है। जनता का उन पर भरोसा है। सन् 2022 में उत्तर प्रदेश से देश में परिवर्तन का संकेत जाएगा।