लखनऊ (मानवी मीडिया): उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम तय करने की मीटिंग में गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए। यह पहली बार देखने को मिला, जब टिकटों के मंथन में किसी प्रधानमंत्री ने भी हिस्सा लिया हो। बुधवार को दिल्ली के भाजपा मुख्यालय में टिकट बंटवारे को लेकर दिन भर में मीटिंग चली थी और अब एक बार फिर से आज बैठक हो रही है। इसी मीटिंग में वर्चुअल तौर पर पीएम मोदी शामिल हुए। प्रधानमंत्री के अलावा डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह और केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी ऑनलाइन ही जुड़े। इन नेताओं के अलावा होम मिनिस्टर अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य एवं दिनेश शर्मा मुख्यालय में ही मौजूद थे।
इस मीटिंग में जिन अहम मुद्दों पर बात हुई, उनमें से एक यह भी है कि सीएम योगी आदित्यनाथ चुनाव में उतरेंगे या नहीं। इसके अलावा वह अयोध्या से चुनाव लड़ेंगे या फिर मथुरा से, इसे लेकर भी चर्चा चल रही है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि पार्टी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अयोध्या से चुनावी समर में उतारने पर सहमति बनती दिख रही है। योगी आदित्यनाथ यदि चुनावी समर में उतरते हैं तो यह उनका पहला विधानसभा इलेक्शन होगा। वह 5 बार गोरखपुर लोकसभा सीट से सांसद रहे हैं और सीएम बनने के बाद ही उन्होंने वहां से इस्तीफा दिया था। इसके बाद विधान परिषद सदस्य के तौर पर चुने गए थे।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि पिछड़े वर्ग के विधायकों के छोड़कर जाने की काउंटर रणनीति तैयार की जा रही है। बता दें कि यूपी भाजपा में संकट थमता नहीं दिख रहा है। गुरुवार को तीसरा जबकि अब तक 9वें भाजपा का इस्तीफा आ गया है। औरया से बिधूना विधायक विनय शाक्य और योगी सरकार में आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी ने इस्तीफा दे दिया है। धर्म सिंह सैनी स्वामी प्रसाद मौर्य के बेहद करीबी हैं.दोनों ने पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। बुधवार को ही विनय शाक्य ने भाजपा से जाने का ऐलान किया था। विधायक ने कहा कि स्वामी प्रसाद जहां कहेंगे वहां जाएंगे।