इस्लामाबाद( मानवी मीडिया): पाकिस्तान में एक मुस्लिम महिला को वॉट्सऐप पर पैगंबर मोहम्मद से जुड़ा एक मैसेज आगे फॉरवर्ड करना उस समय भारी पड़ गया जब उसे अदालत से फांसी की सजा सुना दी। महिला पर ईशनिंदा का दोष सिद्ध होने पर उसे रावलपिंडी की एक कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई।
फांसी के साथ-साथ 20 साल की जेल की भी सजा
कोर्ट ने यह फैसला सुनाते हुए कहा कि दोषी महिला ने वॉट्सऐप पर पैगम्बर
मोहम्मद के चित्र वाला मैसेज फॉरवर्ड था। कोर्ट ने आगे कहा कि दोषी अनीका
को 'मरने तक गले में फंदा डाल कर लटकाया जाए।' फांसी की सजा के साथ-साथ
ईशनिंदा की दोषी अनीका को 20 साल की जेल की सजा भी सुनाई गई है।
26 साल की अनीका अतीक को मई 2020 में गिरफ्तार किया गया था। उसपर आरोप
था कि अनीका ने वॉट्सऐप पर 'ईशनिंदा करने वाली सामग्री' का स्टेटस लगाया।
वहीँ, जब उसके दोस्त ने उसे वॉट्सऐप स्टेटस बदलने को कहा तो उसने इसे बदलने
की बजाय इसे फॉरवर्ड कर दिया। जानकारी के लिए आपको बता दें कि इस्लाम में
पैगम्बर मोहम्मद के चित्र बनाने या रखने की सख्त मनाही है। वहीँ, पाकिस्तान
में ईशनिंदा एक गंभीर अपराध माना जाता है। इसे रोकने वाले कानून में मौत
की सजा का भी प्रावधान है।