लखनऊ (मानवी मीडिया): उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी से 7 मार्च के बीच सात चरणों में होने वाले मतदान से कुछ दिन पहले राज्य में भाजपा से इस्तीफा देने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। भाजपा विधायक रोशन लाल वर्मा (शाहजहांपुर) ने कहा है कि वह 'उचित समय' पर भाजपा छोड़ देंगे। उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी मुलाकात की और वह सपा में शामिल हो गए।
विधायक रोशन लाल, भगवती सागर और बृजेश प्रजापति ने भी इस्तीफा दे दिया है। अभी कुछ अन्य समर्थक विधायक भी भाजपा छोड़ कर सपा में शामिल हो सकते हैं। टिकट के बंटवारे को लेकर उनका भाजपा से विवाद चल रहा है। स्वामी प्रसाद मौर्य का इस्तीफा लेकर राजभवन पहुंचे विधायक रोशन लाल को अंदर नहीं जाने दिया गया। रोशनलाल शाहजहांपुर से विधायक हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मेरी किसी से कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है। मैंने सामाजिक न्याय के लिए लगातार संघर्ष किया है। आगे भी करता रहूंगा। मुझे जहां भी सामाजिक न्याय साकार होता दिखेगा, मैं वहीं रहूंगा। अपना इस्तीफा राजभवन भेजने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने तमाम सोशल मीडिया अकाउंट पर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा, 'दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं।'
गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव से पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का विधायक दल का नेता रहते हुए अचानक त्यागपत्र देकर भाजपा का दामन थाम लिया था। मौर्य को भाजपा ने पिछड़ों के प्रमुख नेता के रूप में आगे किया था और मंगलवार को उनके इस कदम से भाजपा के खेमे में खलबली मच गई। माना जा रहा है कि एक अन्य मंत्री धर्म सिंह सैनी भी इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं, लेकिन अभी तक इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है।