प्रयागराज में अपने रोजगार के लिए हक की आवाज बुलन्द करने वाले बेगुनाह छात्रों पर पुलिस ने जिस बर्बरता से प्रहार किया वह घोर निंदनीय है। नौजवानों ने भी इस बार इरादा कर लिया है कि वह भाजपा के ऐतिहासक पतन का उदाहरण होगा। यूपी टीइटी परीक्षा में अभ्यर्थियों के साथ सरकार अन्याय करने से बाज नहीं आईं है।
सत्ता के संरक्षण में अंधी हो चुकी पुलिस की निर्ममता के उदाहरण बढ़ते ही जा रहे हैं। लखीमपुर में पिछले दिनों एक 16 साल के बच्चे को चोरी के जुर्म में थाने के अंदर पीट-पीट कर मार दिया गया। वीभत्सता के ऐसे चेहरे भाजपा सरकार में आम हो चुके है। लखीमपुर में ही शांतिप्रिय किसान प्रदर्शनकारियों को एक केन्द्रीय मंत्री के बेटे ने जीप चढ़ाकर कुचल दिया।
युवाओं को रोजगार के अलावा लैपटॉप और वाईफाई का फ्री कनेक्शन का वादा भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में किया था। उसने इन वादों को भी वैसे ही कूड़े के ढेर में डाल दिया जैसे उसने संकल्पपत्र के पहले पन्ने में किसानों के साथ किए गए वादों का हश्र किया है।
भाजपा जान ले कि युवाओं का अनादर भाजपा को बहुत महंगा पड़ेगा। युवा आज समाजवादी पार्टी के साथ है क्योंकि उनके हर संघर्ष में समाजवादी ही साथ निभाते रहे है, इसलिए अब भाजपा को यही अभ्यर्थी हर बूथ पर पराजय का कारण बनेंगे। छात्रों के साथ वादाखिलाफी की भी भाजपा को जवाबदेही देनी पड़ेगी।