नई दिल्ली (मानवी मीडिया) : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेटों से क्षेत्रों, धर्मो, जातियों और वर्गो के क्षुद्र ईष्र्या और पूर्वाग्रहों से दूर रहत प्रगति की नई सुबह के लिए प्रयास करने का आग्रह किया।
उन्होंने गणतंत्र दिवस शिविर में भाग लेने वाले राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेटों के साथ वर्चुअल बातचीत करते हुए बदलाव का आह्वान किया। उन्होंने समय के साथ खुद को ढालने और भारतीय मूल्यों, परंपराओं और मानवता की भावना को आगे बढ़ाने पर जोर दिया।
मंत्री ने एनसीसी कैडेटों को बड़े सपने देखने और भय व संदेह की बेड़ियों को तोड़कर अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में लगन से काम करने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा, अपने जीवन में कुछ नया, उच्चतम क्रम का कुछ ऐसा बनाने की दृष्टि से आगे बढ़ें, जो आपको सफल बनाता है और हमारे देश को गौरवान्वित करता है। राजनाथ ने अपने कैडेटों में नेता, सैनिक, कलाकार, संगीतकार और सबसे बढ़कर एक अच्छे इंसान के गुणों को स्थापित करने का आह्वान करते हुए युवा संगठन की सराहना की।
उन्होंने कैडेटों के गुणों को विकसित करने के लिए एनसीसी की सराहना की, ताकि वे अपने रास्ते खुद बना सकें और समाज को एक नई दिशा दे सकें। उन्होंने कैडेटों से जीवन में उद्देश्य खोजने और कई एनसीसी पूर्व छात्रों से प्रेरणा लेने का आग्रह किया, जिन्होंने संगठन में सिखाए गए एकता, अनुशासन, सच्चाई, साहस, सद्भाव और नेतृत्व के गुणों को अपनाकर समाज में अपनी पहचान बनाई।
उन्होंने कहा, एनसीसी युवाओं को एकजुट और अनुशासित बल में बदलकर राष्ट्र के लिए एक महत्वपूर्ण सेवा कर रहा है। मंत्री ने स्वामी विवेकानंद की एक कहावत का हवाला दिया, आप शेर हैं, आप आत्मा हैं, शुद्ध, अनंत और परिपूर्ण हैं। ब्रह्मांड की शक्ति आपके भीतर है।
एनसीसी कैडेटों को बड़े सपने देखने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए लगन से काम करने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि भय और संदेह की बेड़ियों को तोड़ना है। मंत्री ने एनसीसी कैडेटों के साथ वर्चुअल बातचीत करने का फैसला किया, क्योंकि वह अभी भी कोविड-19 से संक्रमित हैं और सभी प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं। उन्होंने कैडेटों से कहा कि एनसीसी के पूर्व छात्र और स्वयं एक शिक्षक होने के नाते वह यह सुनिश्चित करते हैं कि वे एनसीसी द्वारा आयोजित किसी भी कार्यक्रम से न चूकें।