भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए सुरजेवाला ने कहा कि लोग सुबह उठकर चाय बनाते हैं, तो पाते हैं कि गैस का सिलेंडर ₹1,000 पार हो गया। जब खाना बनाते हैं, तो खाने का तेल ₹200 पार, दाल ₹200 पार। काम पे जाते वक्त स्कूटर-मोटरसाइकिल-कार में पेट्रोल डलवाते हैं, तो वो भी ₹100 पार। घर लौटते हुए फल, सब्जी, दूध, आटा लाते हैं, तो वहां भी महंगाई की लूट। मोदी-योगी सरकारें जिस ‘‘जनता का नमक’’ खाकर सत्ता के सिंहासन पर बैठीं, उसका नमक तक ‘‘महंगा’’ कर दिया। लोग सुकुन से एक चाय की प्याली भी नहीं पी सकते। साल 2014 में जो चाय ₹130- ₹140/किलो मिलती थी, वह आज ₹400 से ₹500/किलो तक महंगी हो गई। दाल, चना, राजमा, टमाटर, प्याज, सब्जी - हर खाने पीने की चीज़ गरीब की थाली से दूर होती जा रही है। लगता है कि भाजपा की अहंकारी सत्ता में डायन महंगाई अब ‘‘घर जमाई’’ बन गई है।
उन्होंने कहा कि आम आदमी की आय कम हो रही है और बीजेपी की आय बढ़ रही है। एक तरफ देश के लोग महंगाई की आग में झोंके जा रहे हैं, तो दूसरी ओर भाजपा की संपत्ति 7 साल में ₹780 करोड़ से बढ़ ₹4850 करोड़ हो गई तथा भाजपा के मित्रों ‘’हम दो, हमारे दो’’ रोज ₹1000 करोड़ बढ़कर लाखों करोड़ पहुंच गए। भाजपा का मूल मंत्र है - ‘‘पूंजीपतियों को सींचो, नौकरीपेशा-मध्यम वर्ग से खींचो।’’उन्होंने कहा कि भाजपा राज में ‘थोक महंगाई’ 12 साल के उच्चतम स्तर 14.23प्रतिशत तक पहुंच गई है और ‘खुदरा महंगाई’ (Retail Inflation) दिसंबर में बढ़कर 5.59 प्रतिशत हो गई है। मोदी जी कहते हैं कि पकौड़े तलो, रोजगार पाओ, लेकिन सच यह है कि गैस, पेट्रोल, डीजल की कीमतें कम नहीं हो रही हैं। पेट्रोल-डीज़ल पर एक्साईज़ ड्यूटी लगाकर सात साल में मोदी-भाजपा सरकार ने जनता की जेब से 24 लाख करोड़ लूटे हैं। कांग्रेस की एक्साईज़ ड्यूटी के आधार पर आज पेट्रोल ₹26.50 व डीज़ल ₹25.25/लीटर कम होता। साल 2014 में कच्चे तेल की कीमत $108/बैरल थी, जो 7 साल में औसत $40 प्रति बैरल रही है। पिछले 3 साल में कच्चे तेल की कीमत $20 प्रति बैरल तक हो गई। पर भाजपा लूटती रही। कांग्रेस के समय पेट्रोल ₹71 और डीज़ल ₹57/लीटर था। आज दिल्ली में पेट्रोल ₹95.28 व डीज़ल ₹86.80/लीटर है।
सुरजेवाला ने कहा कि मोदी जी ने उज्जवला योजना के नाम खुद का कोरा प्रचार किया, कांग्रेस सरकार में रसोई गैस सिलेंडर ₹410 था, तो दूसरी ओर ₹1,000 का सिलेंडर करके योजना का बंटाधार किया। कैग रिपोर्ट ने बताया कि गरीब बहनें फिर से लकड़ी, कोयला व उपलों पर खाना बनाने को मजबूर हो गई हैं। कांग्रेस सरकार की तुलना में गैस की अंतर्राष्ट्रीय कीमत $880 से $775 कम होने के बावजूद ($105 प्रति मीट्रिक टन कम) गैस के दाम 125 प्रतिशत तक बढ़ा दिए। यूं तो मोदी जी पकौड़े तलने को रोजगार बताते हैं, दूसरी ओर रेहड़ी, खोमचे, ढाबे, हलवाई की दुकान, रेस्टोरैंट पर इस्तेमाल होने वाला कमर्शियल सिलेंडर ₹2,000 पार कर दिया। उन्होंने कहा कि 2 मई 02.05.14 को सीएनजी की कीमत ₹38.15 प्रति किलो थी। आज लखनऊ में सीएनजी की कीमत ₹68.10 है, यानि सात साल में 75% बढ़ोत्तरी। उन्होंने कहा कि भाजपा ने रेल यात्री भाड़ा 205 प्रतिशत बढ़ाया!
हर रोज 2.5 करोड़ लोग भारतीय रेल से सफर करते हैं। कांग्रेस के समय यात्री भाड़ा 32 पैसे प्रति किलोमीटर था। आज ₹1.10 पैसे प्रति किलोमीटर है, यानि 343% की वृद्धि कर दी। प्लेटफॉर्म टिकट भी 2 रु. से बढ़ाकर 30 रु. तक किया। मालभाड़ा कांग्रेस के समय प्रतिटन/किलोमीटर ₹1.37 से बढ़ाकर ₹1.88 किया, यानि 40% बढ़ाया। नए साल में (1 जनवरी, 2022) भाजपा ने महंगाई और बढ़ाई! उन्होंने कहा कि 1 जनवरी 2022 से ‘‘भाजपा निर्मित महंगाई’’ के कारण हमारे जीवन पर पड़ने वाले 12 दुष्प्रभाव के चलते अब कपड़े ज्यादा महंगे होंगे। 1,000 रु. तक की कीमत वाले वस्त्रों पर जीएसटी दर 5% से बढ़ाकर 12% की गई है। 80% वस्त्र देश में इसी दर श्रेणी में बिकते हैं, जैसे रूमाल, तौलिया, टॉवल,सूती साड़ी, इनर वियर, शर्ट-पैंट इत्यादि। कांग्रेस के विरोध तथा 5 राज्यों के चुनाव के चलते यह निर्णय 31 मार्च तक स्थगित किया गया है। जूते-चप्पलों की भी बढ़ेंगी कीमतें बढ़ेंगी क्योंकि जूते-चप्पलों (₹1000 तक की कीमत वाले) पर जीएसटी दर को 5% से बढ़ाकर 12% किया। डिलीवरी सेवाओं, रेस्टोरैंट सर्विस के तहत ‘‘क्लाउड किचन’’ पर अब 5% की दर से जीएसटी लगेगा। लोग कोरोना में घर में बैठे हैं और अगर खाना मंगवाएंगे, तो भाजपा 5% टैक्स लेगी।उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने डाबर, पारले, ब्रिटानिया, मैरिको जैसी कंपनियों के बिस्कुट से लेकर साबुन तक, सबकी कीमतों में बढ़ोत्तरी। एसी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन, सबकी कीमतें 10% तक बढ़ी हैं। पैनासोनिक, एलजी, हायर जैसी कंपनियां बढ़ोत्तरी कर चुकी हैं और सोनी, हिताची, गोदरेज कीमतें बढ़ाने की तैयारी में हैं। सात ही अब एटीएम से अपना ही पैसा निकालने के लिए देना होगा और टैक्स। RBI के मुताबिक, निशुल्क ट्रांज़ैक्शन की सीमा पूरी होने के बाद, अब बैंक अपने ग्राहकों से ₹21 प्रति ट्रांज़ैक्शन शुल्क की वसूली करेंगे।
उन्होंने कहा कि 1 जनवरी, 2022 से ऑनलाईन टैक्सी/ऑटो रिक्शा की बुकिंग पर जीएसटी छूट समाप्त, जेब पर बढ़ा बोझ। अब 1 जनवरी से सरकार ऑनलाईन ऑटो रिक्शा बुक करने पर 5 प्रतिशत जीएसटी शुल्क वसूलने लगी है। जल्द ही कार या ऑटोमोबाईल खरीदना हो जाएगा महंगा क्योंकि लागत बढ़ने की वजह से साल, 2022 में मारुति सुजुकी, रेनॉल्ट, होंडा सहित लगभग सभी ऑटो कंपनियों ने कारें महंगी कीं। टाटा मोटर्स ने कमर्शियल वाहन 2.5 प्रतिशत महंगे किए।
उन्होंने कहा घर बनाना भी अब महंगा होने वाला है, क्योंकि ₹340 में बिकने वाला सीमेंट का 50 किलो का बैग अब ₹400 तक पार हो गया है। साथ ही 2020 से 2021 के बीच स्टील की कीमतें 215 प्रतिशत तक बढ़ीं। अकेले नवंबर 2021 में स्टील की कीमत ₹3000- ₹3500 प्रति टन बढ़ाई। मुट्ठीभर स्टील कंपनियों के हाथ में खेल रही मोदी सरकार। इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक खाताधारकों को 1 जनवरी से एक विशेष सीमा के ऊपर कैश निकालने या जमा करने के लिए शुल्क देना पड़ेगा। बेसिक बचत खाते से हर माह 4बार पैसा निकालना निशुल्क होगा। उसके बाद हर बार पैसा निकालने पर 0.5 प्रतिशत शुल्क अदा करना होगा। क्लब, एसोसिएशन द्वारा सदस्यों को दी जाने वाली सेवाओं पर 1 जुलाई 2017 से ही जीएसटी देना होगा। नर्सरी के बच्चों की ड्राईंग टूल किट पर अब 5 प्रतिशत जीएसटी लगेगा। अगर बच्चों को सिखाने वाली ड्राईंग शीट ज़िल्द की शक्ल में नहीं है, तो उस पर 5 प्रतिशत जीएसटी लगेगा। देशव्यापी महंगाई रोकने में नाकाम रहने वाली भाजपा सरकार बस चुनाव का इन्तजार कर रही है। सरकार जिन वस्तुओं की कीमत कम नहीं कर पा रही है, उनका वजन कम कर रही है। इसीलिए कांग्रेस जनता से वोट देने की अपील कर रही है- कांग्रेस को वोट कीजिए, भाजपा को हराईये, महंगाई पर विजय पाईये।
प्रेसवार्ता में अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कोषाध्यक्ष, पूर्व विधायक सतीश आजमानी, महासचिव संगठन दिनेश सिंह, सुरेंद्र राजपूत, मीडिया एंड कम्यूनिकेशन विभाग के वाइस चेयरमैन पंकज श्रीवास्तव, प्रदेश प्रवक्ता कृष्णकांत पांडेय, डॉ उमा शंकर पांडेय, शुचि विश्वास, विकास श्रीवास्तव, आसिफ रिजवी, प्रियंका गुप्ता, प्रदीप सिंह, राफत फातिमा समेत पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे