लखनऊ: (मानवी मीडिया)उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद गौतमबुद्धनगर के जिम्स अस्पताल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कोरोना प्रबन्धन एवं नियंत्रण के कार्यों की जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित शासन-प्रशासन के अधिकारियों एवं चिकित्सा अधिकारियों को कोविड प्रबन्धन हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने जिम्स अस्पताल में भर्ती एक कोविड संक्रमित मरीज से वर्चुअल माध्यम से संवाद कर उसका हाल-चाल लिया और उसके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
निरीक्षण के उपरान्त, मुख्यमंत्री योगी ने मीडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कोविड प्रबन्धन में पूरे देश को दूरदर्शिता के साथ अपना मार्गदर्शन एवं नेतृत्व दिया है। इस सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना के खिलाफ हमारे देश में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में बेहतरीन तरीके से किए गए कोविड प्रबन्धन के कार्य को पूरी दुनिया ने सराहा है। भारत में बनी दोनों वैक्सीन बहुत ही प्रभावी मानी गई हैं। इनकी डिमाण्ड भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में हो रही है। वैक्सीनेशन, समय-समय पर उठाए गए कदमों के परिणामस्वरूप तथा हेल्थ वर्कर्स, कोरोना वॉरियर्स, निगरानी समितियां, इन सभी के बेहतरीन कार्यों से अगस्त-सितम्बर, 2021 में थर्ड वेव की आशंका को नियंत्रित किया जा चुका था।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा सभी जनपदों में कोविड के मामलों की निगरानी के लिए इण्टीग्रेटेड कोविड कण्ट्रोल सेण्टर स्थापित किए गए हैं। इसके माध्यम से निगरानी समितियों से संवाद बनाते हुए डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग के कार्य को आगे बढ़ाया जा रहा है। साथ ही, वैक्सीनेशन के कार्य को गति प्रदान की जा रही है। हॉस्पिटल में एडमिट और होम आइसोलेटेड लोगों से संवाद भी बनाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग और मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा भी इसकी निरन्तर समीक्षा की जा रही है। सीएम हेल्पलाइन से प्रतिदिन 50,000 कॉल कर हॉस्पिटल में एडमिट और होम आइसोलेटेड लोगों से संवाद स्थापित करने तथा वैक्सीनेशन को गति देने का कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि फर्स्ट तथा सेकेण्ड वेव के बाद थर्ड वेव प्रदेश, देश और दुनिया में आयी है। फर्स्ट वेव को कुशलतापूर्वक नियंत्रित करने के बाद सेकेण्ड वेव के दौरान देश और प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति के दृष्टिगत भारत सरकार ने ऑक्सीजन स्पेशल ट्रेन चलवायी थीं। इससे ऑक्सीजन आपूर्ति में काफी मदद मिली। भारतीय वायु सेना के जहाजों का भी उपयोग किया गया था। उसके उपरान्त ऑक्सीजन आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में सभी कदम उठाए गए। उत्तर प्रदेश में 550 से अधिक ऑक्सीजन प्लाण्ट लगे, जिसमें 11 ऑक्सीजन प्लाण्ट जनपद गौतमबुद्धनगर में स्थापित हुए, जो क्रियाशील हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि थर्ड वेव के दौरान ओमिक्रॉन के रूप में एक नया वैरिएण्ट आया है। वर्तमान में 01 फीसदी से भी कम लोग हॉस्पिटल में एडमिट हैं। प्रदेश में वर्तमान में एक्टिव केसों में मात्र 0.5 प्रतिशत लोग हॉस्पिटल में हैं। जनपद गौतमबुद्धनगर में कुल 9,500 एक्टिव केस हैं। इनमें से कुल 200 लोग हॉस्पिटल में भर्ती हैं, जो कि पहले से किसी गम्भीर बीमारी से ग्रसित हैं। थर्ड वेव में भागने या डरने की आवश्यकता नहीं है, किन्तु बीमारी में सतर्कता और सावधानी आवश्यक है। सभी लोग सावधानी और सतर्कता के लिए ‘दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी’ मंत्र का पालन जरूर करें। जिन लोगों ने वैक्सीन की डोज नहीं ली है, वे वैक्सीन जरूर लगवाएं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि निगरानी समितियां गांवों और मोहल्लों में जाकर स्क्रीनिंग का कार्य कर रही हैं। पात्रता की श्रेणी में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित कर रही हैं। आवश्यकता पड़ने पर वैक्सीनेशन बूथ स्थापित कर लोगों को वैक्सीन उपलब्ध करायी जा रही है। वैक्सीन की कोई कमी नहीं है और यह वैक्सीन निःशुल्क है। सामान्य लोगों सहित बुजुर्गों व 60 वर्ष से अधिक सभी नागरिकों, गर्भवती महिलाओं, बीमारों और खासतौर पर बच्चों को कोरोना संक्रमण के प्रति सतर्क रहने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश में 5,500 से अधिक स्थानों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम स्थापित किए गए हैं, इसके माध्यम से जागरूकता के विभिन्न कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। प्रदेश सरकार ने निगरानी समितियों के माध्यम से गांव-गांव लोगों की स्क्रीनिंग कराने का कार्य किया है। संदिग्ध व्यक्ति, जिसे सर्दी, जुक़ाम, बुखार है, तो उसे मेडिसिन किट की उपलब्धता, अगले 24 घण्टे में रैपिड रिस्पॉन्स टीम भेजकर टेस्ट, लक्षणयुक्त व्यक्ति यदि पहले से किसी बीमारी से ग्रसित है, उन्हें हॉस्पिटल पहुंचाकर उपचार उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 01 वर्ष पूर्व, 16 जनवरी, 2021 को वैक्सीनेशन कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया था। एक वर्ष में पूरे देश में 157 करोड़ वैक्सीन डोज उपलब्ध करा दी गई थीं। उत्तर प्रदेश में लगभग 23 करोड़ 75 लाख वैक्सीन की डोज उपलब्ध करायी जा चुकी हैं। नेशनल एवरेज से उत्तर प्रदेश वर्तमान में एक अच्छी स्थिति में है। प्रदेश में 95 प्रतिशत से अधिक लोगों को फर्स्ट डोज तथा लगभग 62 फीसदी लोगों को सेकेण्ड डोज उपलब्ध करायी जा चुकी है। प्रदेश में 15 से 17 आयु वर्ग के 01 करोड़ 40 लाख किशोर बच्चों को डोज दी जानी हैं, उनमें से 62 लाख 83 हजार बच्चों को वैक्सीन डोज उपलब्ध करा दी गई हैं। प्रदेश में 05 लाख 29 हजार लोगों प्रिकॉशन डोज भी उपलब्ध करायी गई है। इसमें हेल्थ वर्कर तथा 60 वर्ष से अधिक, किसी गम्भीर बीमारी से पीड़ित सीनियर सिटिजन शामिल हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जनपद गौतमबुद्धनगर में वैक्सीनेशन ड्राइव कार्यक्रम को बहुत अच्छे ढंग से आगे बढ़ाया गया है। वैक्सीनेशन अभियान में सभी को ‘फ्री में वैक्सीन, सबको वैक्सीन’ उपलब्ध करायी जा रही है। जनपद में फर्स्ट डोज का 100 प्रतिशत लक्ष्य पूरा किया जा चुका है। 15 से 17 वर्ष की आयु के किशोरों को 01 लाख 16 हजार डोज उपलब्ध करायी जा चुकी है। जनपद के 92 फीसदी लोगों को वैक्सीन की सेकेण्ड डोज दी जा चुकी है। इसके अलावा, 46 प्रतिशत लोगों को प्रिकॉशन डोज भी उपलब्ध करायी जा चुकी है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि गौतमबुद्धनगर ने फर्स्ट एण्ड सेकेण्ड वेव में बहुत अच्छा रिजल्ट दिया था। यहां पर डेडीकेटेड कोविड हॉस्पिटल बनाया गया है। 450 बेड के हॉस्पिटल में 300 बेड्स ऑक्सीजन युक्त तथा 120 बेड्स वेण्टीलेटर युक्त हैं। जनपद में स्वास्थ्य विभाग, जिम्स, कोरोना वॉरियर्स द्वारा भारत सरकार की गाइडलाइंस का पालन करते हुए अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निर्वहन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के निकट फ्रीक्वेण्ट आवागमन होने के दृष्टिगत यहां की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया जा रहा है। हमारी टीम थर्ड वेव की दृष्टि से पूरी तरह सतर्क और सजग होकर कार्य कर रही है।