नए मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है, सरकार दो दिनो के बाद 31 जनवरी को वित्त वर्ष 2021-22 के लिए इकनॉमिक सर्वे जारी करने वाली है और उसके एक दिन बाद 1 फरवरी को उसे वित्त वर्ष 2022-23 के लिए बजट पेश करना है।
डॉ. वी अनंत नागेश्वर को बिजनेस और आर्थिक मामलों का व्यापक अनुभव है। उन्होंने 1985 में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजेमेंट (IIM), अहमदाबाद से एमबीए की पढ़ाई की थी। फिर, 1994 में यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुसेट्स से फाइनेंस में डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की। कई प्राइवेट वेल्थ मैनेजमेंट इंस्टीट्यूशंस के लिए रिसर्च वर्क में स्विट्जरलैंड में उन्होंने बड़ी भूमिका निभाई है।
डॉ. वी अनंत नागेश्व अक्टूबर 2018 से दिसंबर 2019 तक IFMR ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस के डीन रह चुके हैं। अक्टूबर 2019 में उन्हें इंडिया में प्रधानमंत्री के इकोनॉमिक एडवायजरी काउंसिल का पार्ट-टाइम मेंबर भी नियुक्त किया गया था। उन्होंने दो साल तक यह जिम्मेदारी निभाई। वह क्रेडिट सुइस एजी और जूलियस बेयर ग्रुप के एग्जिक्यूटिव भी रह चुके हैं।
बता दें कि बीतें दिसंबर में केवी सुब्रमण्यन का कार्यकाल बतौर मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) खत्म हो गया था। तब से अब तक नए CEA की नियुक्ति नहीं हो पाई है। केवी सुब्रमण्यन तीन साल तक देश के CEA रहे।