लखनऊ: (मानवी मीडिया) उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश में पशु चिकित्सा सेवाओं के लिए पशु रोग अनुसन्धान तथा निदान एवं सेवाओं के विस्तार हेतु वर्तमान वित्तीय वर्ष में प्राविधानित धनराशि के सापेक्ष आठ करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की है।स्वीकृत धनराशि का व्यय अनुसूचित जातियों के लिए विशेष घटक योजना के तहत किया जायेगा। इस योजनार्न्तगत पशुपालकों के पशुओं की चिकित्सा व आवश्यक सुविधाएं हेतुपशुचिकित्सा सेवाओं हेतु औषधि एवं उपकरण की व्यवस्था करना है। इससे जहां दुग्ध उत्पादन में वृद्धि हो रही है वहीं पशुपालको के पशु सम्पदा की रक्षा कर आर्थिक हानि से बचाव भी सुनिश्चित हो रहा है।
पशुधन विभाग द्वारा इस सम्बन्ध में शासनादेश जारी करते हुए योजना के सुनियोजित क्रियान्वयन के आवश्यक दिशा-निर्देश सम्बन्धित जनपदों के मुख्य पशुचिकित्साधिकारियों को दे दिए गए है। शासनादेश में कहा गया है कि स्वीकृत धनराशि का आहरण एवं व्यय भारत सरकार तथा राज्य सरकार द्वारा एस0सी0एस0पी0/टी0एस0पी0 हेतु निर्धारित मानकों व दिशा-निर्देशों का पूर्ण अनुपालन सुनिश्चित करते हुए किया जाएगा।