इससे पहले रविवार को भी देर रात तक भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा , गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ , यूपी चुनाव प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ,यूपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य समेत यूपी के चुनावी अभियान में जुटे अन्य नेताओं ने कई घंटे तक भाजपा मुख्यालय में बची हुई सीटों के समीकरण और उम्मीदवारों के नाम पर विस्तार से चर्चा की थी। बताया जा रहा है कि बैठक खत्म हो जाने के बाद जेपी नड्डा और अमित शाह ने अलग से भी काफी देर तक विचार विमर्श किया था।
भाजपा, उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर अब तक 195 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। भाजपा, राज्य में अपना दल ( एस) और निषाद पार्टी के साथ मिलकर राज्य की सभी 403 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान तो कर चुकी है लेकिन सीटों की घोषणा अभी होना बाकी है।
ऐसे में अब भाजपा को न केवल पांचवे, छठे और सातवें चरण के लिए उम्मीदवारों का नाम तय करना है बल्कि इसके साथ ही यह भी तय करना है कि सहयोगी दलों को कौन-कौन सी और कितनी सीट दी जाए । भाजपा को यह भी तय करना है कि सीट विशेष के समीकरण को देखते हुए अपने कौन-कौन से उम्मीदवारों को सहयोगी दलों के टिकट पर और उनके कौन-कौन से उम्मीदवार को अपने टिकट पर लड़ाया जाए।
इसलिए सोमवार को लगातार दूसरे दिन भाजपा मुख्यालय में पार्टी के यूपी कोर ग्रुप के नेताओं की बैठक होगी। कोर ग्रुप द्वारा तय किए गए उम्मीदवारों और सहयोगी दलों को दी जाने वाली सीटों की सूची भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति को दी जाएगी।
मंगलवार , 25 जनवरी को जेपी नड्डा की अध्यक्षता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में इन नामों पर मुहर लगाई जाएगी और इसके बाद भाजपा उत्तर प्रदेश के अपने उम्मीदवारों की पांचवी सूची जारी करेगी।