बहराइच (मानवी मीडिया) : वन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि कतर्नियाघाट वन्यजीव सेंक्चु यरी (केडब्ल्यूएस) के पास के गांवों में अलग-अलग मामलों में तेंदुओं के हमले से दो बच्चों की मौत हो गई। वन टीम और पुलिस के साथ स्थानीय लोगों द्वारा बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान के बाद मंगलवार को बच्चों के अध कटे शव बरामद किए गए।
संभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) आकाश दीप बधावन ने कहा कि सोमवार शाम को मोतीपुर थाना क्षेत्र के ग्राम रिक्खा पकाड़िया दीवान से एक तेंदुए ने 9 वर्षीय रामतेज पर हमला किया और उसे जंगल में घसीट कर ले गया। पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीम ने मंगलवार को आसपास के जंगल में तलाशी ली और मोतीपुर वन क्षेत्र के घुसरी में झाड़ियों में अध कटा शव देखा गया।
दूसरे हमले में मटेरा थाना क्षेत्र के झाला गांव निवासी 4 वर्षीय आदित्य पर सोमवार की शाम को तेंदुए ने हमला किया, जो मैगलापुरवा गांव में अपने मामा के घर आया था। डीएफओ ने कहा कि मंगलवार को तेंदुए ने जिस स्थान पर हमला किया था, वहां से करीब 2 किलोमीटर की दूरी से मंगलवार को केवल लड़के का सिर बरामद किया जा सका। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि हमला एक ही तेंदुए ने किया था या दो तेंदुओं ने।
एक वन्यजीव विशेषज्ञ ने कहा कि यह संभावना नहीं है कि वही तेंदुआ कुछ ही घंटों में हमला करेगा। स्थानीय लोगों से कहा गया है कि वे रात के समय बाहर न निकलें और ग्रुप में ही बाहर जाएं। विश्व वन्यजीव कोष (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ) के कार्यकारी अधिकारी दबीर हसन ने कहा कि दोनों परिवारों को 10,000 रुपये का मुआवजा प्रदान किया गया है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के निष्कर्षों के बाद वन विभाग द्वारा और सहायता प्रदान की जाएगी।
वन विभाग ने तेंदुओं को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने की तैयारी भी शुरू कर दी है।