नई दिल्ली (मानवी मीडिया): कार या बाइक चलाने के लिए डीजल और पेट्रोल की जरूरत जल्दी ही खत्म होने वाली है। कुछ ही महीनों में ऐसी गाड़ियों की भरमार हो जाएगी, जो डीजल-पेट्रोल के बजाय इथेनॉल से चलेंगी। यह डीजल-पेट्रोल के मुकाबले करीब 40 रुपये लीटर सस्ता पड़ेगा और प्रदूषण भी कम करेगा। सरकार ने कार कंपनियों को इसके लिए तैयारियां करने को कह दिया है।
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि सरकार ने फ्लेक्स फ्यूल इंजन वाली गाड़ियों को लेकर एडवाइजरी जारी की है। इसमें वाहन कंपनियों को छह महीने के भीतर फ्लेक्स फ्यूल इंजन वाली गाड़ियां लॉन्च करने को कहा गया है। फ्लेक्स फ्यूल इंजन से लैस होने के बाद गाड़ियां एक से अधिक किस्म के ईंधनों पर चलाई जा सकेंगी।
फ्लेक्स फ्यूल इंजन आने के बाद 100 फीसदी इथेनॉल से भी गाड़ियों को चला पाना संभव हो जाएगा। इस बदलाव से पर्यावरण के साथ-साथ लोगों के पॉकेट की सेहत में भी सुधार होने की उम्मीद है। अभी डीजल और पेट्रोल देश के कई हिस्सों में 100 के पार है, जबकि इथेनॉल की कीमत अभी मात्र 63.45 रुपये प्रति लीटर है। इस तरह यह पारंपरिक ईंधनों डीजल और पेट्रोल से प्रति लीटर करीब 40 रुपये सस्ता है। यह पेट्रोल के मुकाबले 50 फीसदी तक कम प्रदूषण फैलाता है। हालांकि इथेनॉल यूज करने पर माइलेज पेट्रोल की तुलना में कुछ कम हो जाती है, लेकिन इसके बाद भी हर लीटर पर इफेक्टिव एवरेज बचत 20 रुपये के आस-पास बैठती है।