लखनऊ (
मानवी मीडिया), लखनऊ मण्डलायुक्त रंजन कुमार की अध्यक्षता में आयोजित 64वीं मण्डलीय पेंशन अदालत में कुल 14 प्रकरण प्रस्तुत किये गये, जिनमे 12 प्रकरणों का निस्तारण प्रकरणकर्ता की सहमति के आधार पर किया गया, शेष 02 प्रकरणों के निस्तारण के लिए सम्बन्धित विभागों को कड़े निर्देश दिये गये कि प्रकरणों की आवश्यक कार्यवाही पूरी कर शीध्र उनका निस्तारण कराया जायें। मण्डलायुक्त ने कहा कि पेंशन के मामलों के निस्तारण मे लापरवाही न बरती जाये तथा समयबद्धता के साथ सभी औपचारिकतायें पूर्ण कराते हुए पेंशन एवं सेवानैवृत्तिक देयों का समय से भुगतान सुनिश्चित किया जाये।
मण्डलायुक्त ने कहा कि पेंशन के मामले अति संवेदनशील होते हैं इससे सेवानिवृत्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों की रोजमर्रा की जिन्दगी जुडी होती है। उन्हांेने सभी अधिकारियों से कहा है कि सेवानैवृत्तिक लाभों की देयता समय से सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होने कहा कि पेंशन प्रकरणों के निस्तारण में किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जायेे तथा निर्धारित समय सारिणी के अनुसार पेंशन प्रपत्र तैयार कराकर स्वीकृति की कार्यवाही की जानी चाहिए। मण्डलायुक्त ने 02 प्रकरणों में जिला विद्यालय निरीक्षक सीतापुर का स्पष्टीकरण प्राप्त करने, इसके अतिरिक्त जनपद उन्नाव के 08 प्रकरणों में विस्तृत आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश अपर निदेशक पेंशन एवं कोषागार को दिये।
इस अवसर पर संयुक्त निदेशक पेंशन एवं कोषागार गिरीश चन्द्र चौबे ने बताया कि आज की आयोजित 64वीं मण्डलीय पेंशन अदालत में कुल 14 आवेदन पत्र प्राप्त हुए जिसमें में से 12 प्रकरणो का निस्तारण किया गया तथा शेष 02 प्रकरणों को निस्तारित कर अगली पेंशन अदालत में प्रस्तुत करने के निर्देश मण्डलायुक्त ने सम्बन्धित अधिकारियों को दिये है। संयुक्त निदेशक पेंशन एवं कोषागार ने बताया कि पेंशन अदालत में पुराना प्रकरण भी प्रस्तुत किये गये जिसका निस्तारण कर दिया गया।
इस अवसर पर अपर आयुक्त प्रशासन रणविजय सिंह, संयुक्त निदेशक पेंशन एवं कोषागार गिरीश चन्द्र चौबे, सहायक लेखाधिकारी अजय सिंह चौहान, सहायक लेखाधिकारी प्रतिद्यूम्य मलिक, लेखाकार शत्रुघन सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण एवं सेवानिवृत्त कार्मिक आदि उपस्थित थे।