दुग्ध विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने इस अवसर पर कहा कि उ0प्र0 का पूरे देश में दुग्ध उत्पादन में प्रथम स्थान है लेकिन प्रति पशु दुग्ध उत्पादकता को बढ़ाये जाने पर और अधिक बल देना होगा। उन्होंने कहा कि किसानों की दोगुनी आय करने की दिशा में दुग्ध उत्पादन सर्वाधिक महत्वपूर्ण माध्यम है और अधिक से अधिक किसानों और पशुपालकों को दुग्ध विकास की विभिन्न योजनाओं से जोड़ते हुए दुग्ध उत्पादन में और अधिक वृद्धि करनी होगी। चौधरी ने दुग्ध उत्पादकों के दुग्ध मूल्यों और कर्मचारियों के देयकों का ससमय भुगतान सुनिश्चित किये जाने की प्राथमिकता देने के निर्देश दिये।
चौधरी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा वर्तमान समय में लगभग 07 लाख निराश्रित गोवंश के भरण-पोषण का कार्य किया जा रहा है। गाय केवल धार्मिक आस्था का ही विषय नहीं है बल्कि आर्थिक स्वावलम्बन का भी महत्वपूर्ण कारक है। इसलिए हमें गोपालन के महत्व को समझते हुए गौजन्य उत्पादों के लाभों के प्रति जागरूक होना होगा। उन्होंने कहा कि नंद बाबा पुरस्कार जैसे आयोजनों से दुग्ध उत्पादक, कृषक दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित होंगे और उनकी आय में वृद्धि होगी।उल्लेखनीय है कि नंद बाबा पुरस्कार तीन स्तरो पर प्रदान किया जाता है पहला विकास खण्ड, दूसरा जनपद एवं तीसरा राज्य स्तरीय पुरस्कार। यह पुरस्कार ऐसे दुग्ध उत्पादक कृषको को प्रदान किया जाता है, जिन्होंने भारतीय गोवंश से उत्पादित सर्वाधिक दूध, जनपद में कार्यरत पंजीकृत दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों के माध्यम से अपने दुग्ध संघ को दिया हो। वर्ष 2019-20 में प्रदेश में एक राज्य स्तरीय, 44 जिला स्तरीय एवं 83 विकास खण्ड स्तरीय कुल 128 लाभार्थियों को नन्द बाबा पुरस्कार वितरित किया गया है। जिसमें से 83 विकास खण्ड स्तरीय पुरस्कार, जनपदों में वितरित किया जा चुका है। आज इस समारोह में एक राज्य स्तरीय एवं 44 जिला स्तरीय पुरस्कार, नन्द बाबा पुरस्कार विजेताओं में वितरित किया गया है। राज्य स्तरीय पुरस्कार बिजेता, राम बिलास वर्मा दुग्ध संघ, अयोध्या के जनपद-बाराबंकी की दुग्ध समिति लखौरा केेे रहने वाले है, जो वर्ष 2019-20 में भारतीय गोवंश से उत्पादित कुल 14494 किग्रा0 दूध अपनी समिति को आपूर्ति किये है।
इस अवसर पर शशि भूषण लाल सुशील, दुग्ध आयुक्त, कुणाल सिल्कू ,प्रबन्ध निदेशक, पी0सी0डी0एफ0, रवि शंकर गुप्ता, विशेष सचिव दुग्ध विकास विभाग, पशुपालन विभाग के निदेशक एस0के0 मलिक, निदेशक डॉ0 इन्द्रमणि, दुग्ध विकास के साथ दुग्ध संघों के निर्वाचित अध्यक्षगण, प्रधान प्रबन्धक एवं पी0सी0डी0एफ0 एवं दुग्ध संघो के अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।