नई दिल्ली (मानवी मीडिया)-पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कृषि कानून वापस लेने की घोषणा के बाद कांग्रेस का चुनावी मुद्दा हाथ से निकलने के कारण उसने नयी रणनीति पर गहन मंथन के लिए सोमवार को अपने ‘वार रूम’ का रुख कर दिया।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि यह बैठक पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देश पर बुलाई गई है और संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल को बैठक की अध्यक्षता करने का कहा गया। बैठक में दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान तथा पंजाब के नेताओं को बुलाया गया। कांग्रेस जब भी किसी मुद्दे पर खुद को घिरा पाती है तो वह इस पर रणनीति बनाने के लिए यहां रकाबगंज रोड स्थित अपने ‘वार रूम’ का रुख करती है। सूत्रों ने बताया कि बैठक में कांग्रेस के महासचिव संगठन के सी वेणुगोपाल के अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, नवजोत सिंह सिद्धू, उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार, दिल्ली के प्रभारी महासचिव शक्तिसिंह गोहिल, हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी शैलजा, राजस्थान के प्रभारी महासचिव अजय माकन, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित कई नेता मौजूद थे।
उन्होंने यह भी कहा कि इसमें इस मुद्दे पर भी चर्चा होगी कि संसद में किन मुद्दों को ज्यादा प्रभावी ढंग से उठाना है ताकि उनका चुनावी लाभ मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि बैठक में महंगाई को महत्वपूर्ण रूप से उठाया गया और इस बारे में दिसम्बर में एक रैली आयोजित करने की बात की गई। समझा जाता है कि कृषि कानून वापस लेने और किसानों से आंदोलन खत्म करने की मोदी की अपील के बाद कांग्रेस विधानसभाओं के चुनाव के मद्देनजर नयी रणनीति पर विचार करने के लिए इस ‘वार रूम’ में पहुंची है।