लखनऊ (मानवी मीडिया): भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या ने एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया है। अयोध्या में तीन नवंबर को आयोजित किए गए दीपोत्सव के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड ने सर्टिफिकेट उत्तर प्रदेश सरकार पर्यटन विभाग और इस कार्यक्रम के राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय को संयुक्त रूप से दिया गया है। अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम में इस बार 12 लाख से ज्यादा तेल के दीए एक साथ जलाए गए थे। इसमें अकेले 9 लाख दीए राम की पैड़ी पर ही जलाए गए थे, जबकि बाकी 3 लाख अयोध्या के मंदिरों और विभिन्न जगहों पर जलाए गए थे। दरअसल, पिछले साल गिनीज अयोध्या में 6 लाख दीए एक साथ जलाने के लिए यूपी सरकार को सर्टिफिकेट दे चुका है।अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम ने एक बार फिर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया है और इसके लिए गिनीज बुक ने सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया है। असल में दीपोत्सव कार्यक्रम की तैयारियां काफी दिनों से की जा रही थी और राज्य सरकार ने इसके लिए राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय को नोडल एजेंसी बनाया था। वहीं छोटी दिवाली के दिन अयोध्या में गिनीज रिकॉर्ड की टीम अयोध्या में दीयों की गिनती की थी और उसी दिन गिनीज ने सर्टिफिकेट जारी कर दिया था। अयोध्या ने लगातार दूसरी बार एक साथ तेल के दीए जलाने का रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया है।
दरअसल पिछले साल गिनीज ने तेल के दीयों के लिए बने वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए राज्य के पर्यटन विभाग और राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय को संयुक्त रूप से रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट दिया था। पिछले साल अयोध्या में 606,569 तेल के दिए जलाए गए थे, जो विश्व रिकॉर्ड बना था।
अयोध्या द्वारा दिवाली पर 12 लाख तेल के दीये एक साथ जलाने के लिए नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने में हजारों स्वयंसेवकों की कई दिनों की मेहनत है। इसके लिए स्कूली छात्र और छात्राएं कई दिनों से तैयारी कर रहे थे। दीपोत्सव में इस बार मुख्य 45 स्वयंसेवकों के अलावा राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के 15 कॉलेज और 35 विभिन्न संकायों के विद्धार्थियों ने स्वयंसेवक के तौर पर अपना सहयोग दिया। वहीं अयोध्या में दीपोत्सव में करीब 2 हजार स्वयंसेवकों ने भी इस कार्यक्रम को सफल बनाने में मदद की। इस बार दीपोत्सव में 36,000 लीटर सरसों के तेल का इस्तेमाल किया गया और इसके लिए 32 टीमें बनाई गई थी, जो दीपोत्सव की देखरेख कर रही थी।