नई दिल्ली (मानवी मीडिया): राज्यसभा में भारी नारेबाजी के बीच सोमवार को कृषि कानून निरसन विधेयक 2021 को पारित कर दिया गया। विपक्ष के भारी हंगामें के बीच उच्च सदन में भी इसे पारित किया गया। अब इस बिल को राष्ट्रपति के पास हस्ताक्षर के लिए भेजा जाएगा। विपक्ष इस विधेयक पर चर्चा की मांग कर रहा था, लेकिन सरकार ने इस पर चर्चा को निरर्थक बताया। बता दें कि मोदी सरकार द्वारा लाए तीन कृषि कानूनों के भारी विरोध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरु पर्व के मौके पर इन कृषि कानूनों को रद्द करने का ऐलान किया था।
इससे पहले आज यह बिल लोकसभा में भी बगैर चर्चा के ही पारित हुआ। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, 'आज जब कृषि कानून निरसन विधेयक 2021 लोकसभा में पेश किया गया तो कांग्रेस और उनके मित्र विपक्ष के सांसदों ने नारेबाजी की। विपक्ष की भी कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग थी, जो पूरी हो रही है। इन लोगों की मंशा क्या है मैं ये सवाल करता हूं। मैं विपक्ष से अनुरोध करता हूं कि आज जब इस विधेयक को राज्यसभा में लाया जाए तब सहयोग करें।'
वहीं कांग्रेस के राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए कहा कि जितना इन कानूनों को पास करना अलोकतांत्रिक था, उससे ज्यादा इनके वापसी का तरीका है। बता दें कि कांग्रेस समेत विपक्षी दल एमएसपी पर कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने संबंधी विधेयक को संसद में पेश किए जाने से पहले, ट्वीट किया था, ‘‘आज संसद में अन्नदाता के नाम का सूरज उगाना है।'