लखनऊ (मानवी मीडिया)श्री योगेश्वर डिवाइन लाइफ हर्बल्स संस्थान, एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) की स्थापना आयुर्वेद को हर घर तक पहुंचाने के मिशन के साथ की गई थी। भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग और ‘हरा सोना’ नाम से विश्व में विख्यात बांस का इतिहास जितना पुराना है, दैनिक जीवन में इसका इस्तेमाल उतना ही महत्वपूर्ण है। बांस में ग्रामीण भारत के लोगों को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने की क्षमता है। इन्हीं सब बातों को आत्मसात करते हुए श्री योगेश्वर डिवाइन लाइफ हर्बल्स संस्थान अपना नया वेंचर डिवाइन लाइफ बैंबू लेकर आया है। जिसके अंतर्गत पहला आउट्लेट ग्रीन गोल्ड इकोस्टोर लखनऊ के नवीन खादी भवन में खुला है, यहाँ आपको बांस से बने आकर्षक प्रोडक्ट्स देखने को मिलेंगे। यह न सिर्फ आपके घर को खूबसूरत और यूनीक बनाने में मदद करेंगे बल्कि आपके जीवन से प्लास्टिक उत्पादों को भी कम करने सहायक होगी।
श्री योगेश्वर डिवाइन हर्बल लाइफ की संस्थापक रेखा सिंह योगा एवं नेचुरोपैथी में स्नात्कोत्तर है और सी.एस.आई.आर. से एरोमेटिक एवं मेडिसिनल पाठ्यक्रम का विशेष अध्ययन किया है। उन्होंने सोशल एक्टविस्ट डॉ रीनू मौर्या और डॉ अंशुल चंद्रा जो कि फ़ॉरेस्ट पेथोलोज़ी, फ़ॉरेस्ट रीसर्च इंस्टिट्यूट देहरादून से पीचडी है, उनके साथ मिलकर अब डिवाइन लाइफ बैम्बू की शुरुआत की है, संस्थान का विश्वास है कि हर किसी के पास ऐसे उत्पाद तक पहुंच होनी चाहिए जो गुणवत्तापूर्ण, पर्यावरण के अनुकूल, विशिष्ट और शून्य अपशिष्ट को बढ़ावा देने वाला हो। हमारा लक्ष्य स्थायी बांस सामग्री से निर्मित उत्पादों की एक शून्य-अपशिष्ट श्रेणी को विकसित करना और बेचना है जो पर्यावरण के अनुकूल हैं जिससे पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखा जा सके और समुदाय को वापस दिया जा सके। बांस से बने उत्पाद वातावरण में मौजूद कार्बन को अबशोषित करते है और आपके आस पास के वातावरण को अन्य पौधों के अपेक्षाकर्त ज्यादा ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, संस्थान सुनिश्चित करता हैं कि सभी उत्पादों के निर्माण में शामिल संचालन गुणवत्ता, सुरक्षा, निष्पक्ष श्रम, नैतिक व्यवसाय प्रथाओं और पर्यावरणीय जिम्मेदारी के लिए स्वीकार्य मानकों को पूरा किया जाए। ग्रीन गोल्ड ईको स्टोर प्रतिस्पर्धी कीमतों पर अपने सभी उत्पादों की पेशकश कर रहा हैं। आपको, उत्पादों का सर्वोत्तम चयन प्रदान करना और उत्कृष्ट ग्राहक सेवा प्रदान करना ही हमारा लक्ष्य है ।