नई दिल्ली (मानवी मीडिया): प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ा ऐक्शन लेते हुए तृणमूल कांग्रेस के नेता विनल मिश्रा की 9 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त कर ली है। ईडी के अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम बंगाल में अवैध कोयला खनन और मनी लॉन्ड्रिंग रोधी कानून के तहत ये कार्रवाई की गई है। ईडी के अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि टीएमसी नेता विनय मिश्रा, उनके भाई विकास और मुख्य आरोपी अनूप मांझी की 9.28 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की गई है। जांच एजेंसी ने संपत्तियों को कुर्क करने के लिए धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दो आदेश जारी किए थे।
ईडी ने एक बयान में कहा कि पहली कुर्की में उत्तर प्रदेश के अमेठी और पश्चिम बंगाल के कोलकाता में विनय मिश्रा और विकास मिश्रा के सात भूखंड और दो फ्लैट शामिल हैं, जिनकी कीमत तकरीबन 48.57 लाख रुपये है। दूसरी कुर्की में अनूप मांझी और उनके परिवार के सदस्यों की पश्चिम बंगाल और मुंबई में 8.8 करोड़ रुपये कीमत के 20 जमीन के टुकड़े और एक फ्लैट को जोड़ा है। बता दें कि पश्चिम बंगाल के कुनूस्टोरिया और कजोरा इलाकों में ईस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड की खदानों से संबंधित करोड़ों रुपये के कोयला चोरी घोटाले में सीबीआई जांच के बाद ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था।
स्थानीय सरकारी कार्यकर्ता अनूप मांझी उर्फ लाला इस मामले में मुख्य संदिग्ध है। ईडी ने दावा किया था कि टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव और डायमंड हार्बर के सांसद अभिषेक बनर्जी का परिवार अवैध व्यापार का लाभार्थी था। अभिषेक बनर्जी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे हैं और ईडी उनसे सितंबर में पूछताछ कर चुकी है। वहीं, ईडी इस मामले में विकास मिश्रा को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। वह टीएमसी युवा विंग के नेता विनय मिश्रा के भाई हैं। मामले में ईडी ने बांकुरा थाने के पूर्व प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार मिश्रा को भी गिरफ्तार किया था। ईडी ने इस मामले में अभी तक कुल 181.14 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है।