लखनऊ विश्वविद्यालय का 64वां दीक्षान्त समारोह सम्पन्न - मानवी मीडिया

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Friday, November 26, 2021

लखनऊ विश्वविद्यालय का 64वां दीक्षान्त समारोह सम्पन्न


लखनऊ (मानवी मीडिया) लखनऊ विश्वविद्यालय के 64 वा दीक्षांत समारोह में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा विद्यार्थी  निरंतर अनुशासन के साथ जीवन में आगे बढ़ें, विश्वविद्यालय से प्राप्त ज्ञान का उपयोग व्यक्तिगत विकास के साथ-साथ समाज तथा राष्ट्र के विकास के लिये करें। विद्यार्थी जिस भी क्षेत्र में रहें, दुनिया के किसी भी हिस्से में रहें, जीवन मूल्यों का हमेशा पालन करें। ये विचार उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने आज लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ के 64वें दीक्षांत समारोह में व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र अथवा सभ्यता का विकास उसके शिक्षा केन्द्रों में होता है। विशेष रूप से विश्वविद्यालय राष्ट्र की सतत् विकासशील, चिंतनशील-वैश्विक संवेदना एवं सम्पन्न अंतर-आत्मा के प्रतीक हैं। राज्यपाल जी ने 15 विद्यार्थियों को समारोह में स्वयं पदक देकर तथा नई शिक्षा नीति के तहत पहली बार पोस्ट ग्रेजुएट दो विद्यार्थियों को पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर राज्यपाल ने नई शिक्षा नीति को लागू कर राष्ट्र का प्रथम विश्वविद्यालय बनने के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय की प्रशंसा की। राज्यपाल  ने कहा विश्वविद्यालय से पढ़कर निकले अनेक विद्यार्थियों ने सामाजिक, साहित्यिक, राजनीतिक, शिक्षा जगत सहित विविध क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दिया है और विश्वविद्यालय की प्रसिद्धी को उच्च आयाम तक पहुंचाया। उन्होंने कहा कि पदक एवं उपाधि प्राप्त छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय के पुराने छात्र-छात्राओं से मिलकर उनकी सफलता के अनुभवों को जाने, इससे उन्हें शैक्षिक ज्ञान के बाद जीवन का व्यवहारिक ज्ञान भी प्राप्त होगा। विद्यार्थी अपने आगामी जीवन में भी सफलता प्राप्त करें, इस उद्देश्य से उन्होंने कहा कि वे अपने चयनित क्षेत्र के अनुभवी, प्रतिष्ठित व्यक्तियों से भेंट करके, उनका अनुशीलन करें।
राज्यपाल  ने विश्वविद्यालय द्वारा सामाजिक सरोकर की दिशा में किये गये कार्यों जैसे समाज के गरीब विद्यार्थियों को परिसर से जोड़ना, कुपोषित बच्चों को पोषण प्रदान करना, पंचायत की महिलाओं के प्रशिक्षण की दिशा में प्रशंसनीय प्रयास का उल्लेख भी किया। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे जल-संरक्षण, वृक्षारोपण, डिजिटल लेन-देन को प्राथमिकता दें, साथ ही टवबंस वित स्वबंस के तहत ज्यादा से ज्यादा स्थानीय उत्पादों को खरीदें।

राज्यपाल  ने सम्बोधन में एन0एच0एफ0एस0 की हाल की रिपोर्ट का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे 2020-21 की रिपोर्ट के अनुसार देश में पहली बार पुरूषों की तुलना में महिलाओं की जनसंख्या बढ़ी है। उन्होंने नोएडा स्थित जेवर में एशिया के सबसे बड़े तथा दुनिया के चौथे सबसे बड़े इंटरनेशनल एअरपोर्ट के शिलान्यास का जिक्र करते हुए कहा कि इस योजना से सैकड़ों युवाओं को रोजगार का अवसर प्राप्त होगा। राज्यपाल जी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  द्वारा हाल ही में काशी से पूरे भारत के लिए ‘प्रधानमंत्री आयुष्यमान भारत हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन’ के शुभारम्भ का जिक्र करते हुए इससे रोजगार एवं स्वास्थ्य सुविधा के विस्तार का उल्लेख किया।

राज्यपाल  ने संविधान दिवस की बधाई देते हुए कहा कि हमारे संविधान में सभी नागरिकों के सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय की व्यवस्था है। इसके साथ ही सभी नागरिकों को आदर्श जीवन जीने के समान अधिकार भी प्राप्त हैं।

इस अवसर राज्यपाल  ने लखनऊ विश्वविद्यालय के मोबाइल एप, महिला व पुरूष सामुदायिक प्रसाधन केंद्र, 17 ओपेन एअर जिम, वाटर कूलर, सेनेट्री वेन्डिंग मशीन व इन्सेनिरेटर, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी आवास भवन, शिक्षा संकाय में स्थापित लिफ्ट, राष्ट्रीय सेवा योजना विस्तार भवन, मानव शास्त्र विभाग में स्थापित उत्तर प्रदेश के प्रथम जनजातीय संग्रहालय का लोकार्पण किया। राज्यपाल  ने लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिये गये बच्चों को पोषण युक्त आहार किट, स्कूली बैग आदि भेंट किया।

लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 आलोक कुमार राय ने अपने संबोधन में विश्वविद्यालय की गतिविधियों पर संक्षिप्त प्रकाश डाला।

कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति, शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

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