नई दिल्ली (मानवी मीडिया): इस बार की दिवाली चीनी सामाने के लिए खुशहाली की बजाय बदहाली वाली रही। जबकि भारतीयों के खुशहाली से भरी रही जिसमें उम्मीद से ज्यादा लगभ 1.25 करोड़ रुपये कारोबार हुआ। लेकिन इस दिवाली में सबसे विशेष बात ये रहा ही कि देशवासियों ने दिवाली की शॉपिंग के दौरान चीनी सामानों को खरीदने से परहेज किया जिससे चीन को करीब 50 हजार करोड़ का झटका लगा।
कोरोना का प्रकोप कम होने के कारण इस दिवाली ने व्यापारियों की बल्ले-बल्ले कर दी। एक अनुमान के अनुसार इस बार सवा लाख करोड़ का व्यापार हुआ। हालांकि पहले एक लाख करोड़ के व्यापार का अंदाजा लगाया गया था। इस बार चीनी सामान के मुकाबले लोकल सामानों की ज्यादा मांग रही। जिससे इस दिवाली पर भारतीय लोगों चीन को 50 हजार करोड़ रुपए की चपत लगा दी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) का दावा है कि ग्राहक अब चीनी सामान खरीदने से बच रहे हैं। इसके साथ ही व्यापारी अपनी दुकानों पर चीनी सामान रखने से दूरी बना रहे हैं नतीजन इस बार दिवाली पर छोटे कारीगरों, कुम्हारों, शिल्पकारों और स्थानीय कलाकारों के सामानों की मांग खूब रही और इनके सामान खूब बिके। ऐसी उम्मीद है कि दिसंबर 2021 तक देश भर के बाजारों में तीन लाख करोड़ का व्यापार होगा। इससे इकोनॉमी पटरी पर लौटेगी और इसके साथ व्यापारियों और सरकार की तिजोरी में भी इजाफा होगा।