लखनऊ / वाराणसी (मानवी मीडिया)उपमुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा ने वाराणसी के विभिन्न कार्यक्रमों में कहा कि आज का यूपी पूंजी निवेश एवं उद्योगों का प्रदेश बन चुका है। देश में अगर 100 मोबाइल बन रहे हैं तो उसमें से 70 यूपी में बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि डिफेन्स कारीडोर बन रहा है जो देश को रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाएगा। प्रदेश में 5 एक्सप्रेस वे बन रहे हैं। कई स्थानों पर मेट्रो का काम हो रहा है। प्रदेश में 23 स्थानों पर हवाई अड्डों का काम पूरा होने जा रहा है। यूपी कॉलेज में शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित मंडलीय बाल क्रीडा प्रतियोगिता कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में जिस प्रकार का विकास हुआ है पांच साल पूर्व उसकी कल्पना नहीं की जा सकती थी। कुछ दल भाजपा सरकार के कार्यों को अपना सपना बता रहे हैं। वे बताए कि उन्होंने अपना सपना पूरा क्यों नहीं किया। भाजपा सरकार ने जनता के सपनो को पूरा करने का काम किया है। मोदी योगी सरकार देश व प्रदेश को अपना परिवार मानते हुए उसके कल्याण के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि काशी आध्यात्म की नगरी है। लोग यहां बेहतर जीवन के लिए आते हैं । काशी के बारे में तो कहा जाता है कि यहंा पर मरण मोक्ष दिलाता है। आज सैकडों साल बाद मां अन्नपूर्णा कनाडा से वापस अपने धाम लौटी है। आज काशी विश्वनाथ मंदिर का भव्य कारीडोर बनकर तैयार हो रहा है। काशी में आकर धर्म के वातावरण में सराबोर हो जाना स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि बम बम बोल रही है काशी मगन हुए काशी के निवासी , आज काशी के निवासी मगन है क्योंकि मां गंगा ने अपने बेटे को बुलाया है। मां गंगा के जो वरदपुत्र है उन्होंने काशी की प्रतिभा में चार चांद लगा दिए हैं। पहले काशी के लोगों को जाम की समस्या से जूझना पडता था पर अब चौडी सडके और ओवरब्रिज ने इससे निजात दिला दी है। बाबा की नगरी की छटा देखते ही बनती है। आज काशी बदल गई है। यह नई काशी है जिसके अनुपम स्वरूप से हर किसी का प्रभावित होना स्वभाविक है। मां गंगा के वरदपुत्र ने विकास के जिस स्वरूप को देशभर में फैलाया है उसकी छटा काशी और सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश में भी देखने को मिलती है। मां गंगा का जल आचमन के योग्य हो गया है। यहां के घाट वाराणसी के पुराने गौरव की कहानी कह रहे हैं। स्वच्छता के मामले में वाराणसी देश में स्थान बना रहा है। सडक व पुलो का जाल बिछ गया है। ओडीओपी कारीगरों को व्यापार के नए अवसर उपलब्ध करा रहा है। शिक्षा का वातावरण बदला है। संस्कृत के विद्यालयों में शिक्षकों की कमी पूरी हुई है। आज पूरे प्रदेश का वातावरण बदल गया है। डेढ लाख अध्यापकों की भर्ती पूरी पारदर्शिता के साथ हुई है। इस भर्ती में चयन का आधार प्रतिभा है। जब शिक्षक का चयन प्रतिभा के आधार पर होता है तो आने वाले लम्बे समय तक वहदेश के भविष्य का सृजन करता है। इसके विपरीत अगर अध्यापक का चयन गलत हो जाए तो अगली पीढी के बेहतर भविष्य की संभावनाएं धूमिल हो जाती हैं। उत्तर प्रदेश 2017 के पहले नकल के लिए बदनाम था। दो दो महीने तक परीक्षाए चलती थीं। एक व्यक्ति की जगह दूसरा व्यक्ति परीक्षा दिया करता था। आज भाजपा सरकार में उत्तर प्रदेश में नकलविहीन परीक्षा हो रही है। मात्र 12 से 15 दिन में परीक्षाएं समाप्त होती हैं तकनीक के प्रयोग से परीक्षा का पूरा स्वरूप बदल गया है। नकल माफिया की नकेल कसी गई है। आज सत्र के प्रारंभ में ही परीक्षा की तिथि की घोषणा हो जाती है। आजादी के बाद पहली बार पाठ्यक्रम में बदलाव हुआ है तथा संस्कृत को प्रोत्साहन मिल रहा है। भारत की संस्कृति के प्रतिपादन के साथ ही रोजगार का सृजन सरकार का लक्ष्य है। हर विश्वविद्यालय में प्लेसमेन्ट सेल खोले गए हैं। स्टार्ट अप इंडिया मेक इन इंडिया जैसी योजनाएं रोजगार के अवसर दे रही हैं। डिप्टी सीएम ने कहा कि भारत आज मजबूती से आगे बढ रहा है। उत्तर प्रदेश ने कोरोना की लडाई मजबूती से लडी है एवं दुनियाभर में उत्तर प्रदेश के कोरोना प्रबंधन की चर्चा हो रही है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में देश में पहली बार वैक्सीन बनाने के साथ लोगों को फ्री में वैक्सीन लगाई गई। उत्तर प्रदेश में 15 करोड तथा देश में 100 करोड से अधिक लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। वैक्सीन को लेकर विपक्ष ने तमाम तरह के भ्रम फैलाने का काम किया। आज उत्तर प्रदेश ने कोरोना पर विजय प्राप्त की है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में बडा सुधार आया है। आज हर जिले में वेन्टीलेटरयुक्त बेड व आक्सीजन प्लांट की व्यवस्था हैं। प्रदेश में 33 मेडिकल कालेजों का निर्माण हो चुका है। हर जिले में मेडिकल कालेज की व्यवस्था हो रही है। डा शर्मा ने कहा कि डेढ साल के कोरोना कठिन समय में बाद बच्चों को खेलते हुए देखना हर्ष का विषय है। खेल के कार्यक्रम मानसिक व शारीरिक विकास में सहायक है। इनसे शारीरिक क्षमता भी बढती है। खेल सद्भाव सिखाने के साथ ही जाति धर्म के बंधनों से ऊपर ले जाता है। यह बच्चों के सर्वागीण विकास का जरिया है।
आर्य महिला महाविद्यालय में पंडित अटल बिहारी वाजपेयी राष्ट्रवादी चिन्तन विषय पर आयोजित संगोष्ठी में उन्होंने कहा कि आज देश में आर्थिक समृद्धि के साथ सामाजिक क्रान्ति और मानसिक शान्ति की जरूरत है। 2017 के पहले प्रदेश में जंगलराज था। माताओं और बहनों का अपमान होता था। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पलायन होता था और बहुसंख्यक अल्पसंख्यक बन रहे थे। यह विवाद बहुसंख्यक अल्पसंख्यक का नहीं बल्कि अराजक तत्वों का झगडा था। माताएं बहनें शाम होने के बाद घरों से निकल नहीं पाती थीं। पूर्वांचल में तो माफियाओं की सवारी निकलती थी। भाजपा सरकार के आने के बाद कानून का राज स्थापित हुआ है। आज माफिया प्रदेश को छोडकर भाग गए हैं अथवा योगी बाबा माफ करो की गुहार लगा रहे हैं। अटल का राष्ट्रवादी चिन्तन कानून के राज से जुडा था। उनका मानना था कि व्यवस्था ऐसी हो कि अपराधी थाने में जाने से डरे पर जनता भयमुक्त होकर थाने में जा सके। अटल जी कम शब्दों में ही गंभीर से गंभीर बात को भी सहज रूप में जनता तक पहुचा देते थे। आम तौर पर चुनाव में विकास की बात कम होती है पर अटल चुनाव के समय में देश की प्रगति की चर्चा किया करते थे। उन्होंने कहा कि मंदिर और मस्जिद गुरुद्वारा और चर्च के विग्रह से ऊपर उठकर समग्र विचार का चिन्तन अटल जी पहचान थी। अटल की धारा विकासवाद की धारा थी। मोदी के विभिन्न स्वरूप है। उनमें निर्णय लेने की मजबूत क्षमता , संगठन की जानकारी ,कार्य के प्रति समर्पण तथा अटल जी की तरह सहनशीलता व वाक पटुता है। मोदी अटल के तमाम विचारों को लेकर ही आगे बढे हैं। राजनेता का केवल एक ही धर्म होता है वह है राष्ट्रधर्म। अटल का व्यक्तित्व विराट था । अटल नाम ही विश्वास का नाम है। पहले भारत पाकिस्तान की आतंकी गतिविधियों का शान्ति से विरोध करता था। पर अटल जी की सरकार ने परमाणु विस्फोट करके भारत की क्षमता का प्रदर्शन कर संदेश दिया। आज देश में सडको का जाल अटल जी की परिकल्पना है। कारगिल युद्ध में भारत की विजय उनकी नेतृत्व क्षमता को दर्शाता है।
उन्होंने काशी में गुरु तेग बहादुर के प्रकाश पर्व पर आयोजित कार्यक्रम में सिखों को राष्ट्रप्रेम से ओतप्रोत कौम बताया । डा शर्मा ने डा सम्पूर्णानन्द स्पोर्ट्स स्टेडियम में राष्ट्रीय मास्टर्स एथलेटिक्स प्रतियोगिता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। काशी विद्यापीठ में शिक्षणेत्तर कर्मचारी फ्लैट्स का लोकार्पण किया। इसके अलाव काशी विद्यापीठ व सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति व कुलसचिव ,क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी , संयुक्त शिक्षा निदेशक एवं वाराणसी मंडल के जिला विद्यालय निरीक्षकों के साथ समीक्षा बैठक भी की।