नई दिल्ली (मानवी मीडिया): आयकर विभाग ने सीमेंट और रियल एस्टेट के निर्माण में लगे कोलकाता स्थित एक प्रमुख समूह पर 16 नवंबर को तलाशी और जब्ती अभियान चलाया है। तलाशी कार्रवाई में कोलकाता, दिल्ली और असम और मेघालय के कुछ स्थानों में फैले 24 परिसरों को कवर किया गया। समूह की बड़ी मात्रा में बेहिसाब आय की चोरी दिखाने वाले दस्तावेजों और डिजिटल डेटा के रूप में बड़ी संख्या में आपत्तिजनक सबूत पाए गए हैं और जब्त किए गए हैं।
ये साक्ष्य विभिन्न कदाचारों को अपनाते हुए कर योग्य आय के अपवंचन को इंगित करते हैं जैसे, उत्पादन का दमन, बिक्री का बेहिसाब और कम चालान, फर्जी पार्टियों का उपयोग करके खरीद की लागत की मुद्रास्फीति और नकद में किए गए बेहिसाब व्यय। एक समूह संस्था द्वारा फ्लैटों की बिक्री पर नकद राशि प्राप्त करने के साक्ष्य भी मिले हैं। विभाग द्वारा जब्त किए गए सबूतों के विश्लेषण से पता चलता है कि समूह द्वारा अपनी प्रमुख कंपनी को आवास प्रविष्टियां प्रदान करने के लिए कई पेपर कंपनियां चलाई जाती हैं।
तलाशी की कार्यवाही के दौरान, अस्पष्टीकृत असुरक्षित ऋणों के लेन-देन, फर्जी कमीशन का भुगतान, और शेल कंपनियों के माध्यम से प्राप्त अप्रमाणित शेयर पूंजी और शेयर प्रीमियम से संबंधित साक्ष्य भी पाए गए और जब्त किए गए। तलाशी अभियान में 1.30 करोड़ रुपए की बेहिसाबी नकदी बरामद हुई है। छह बैंक लॉकरों पर रोक लगा दी गई है। अब तक की गई तलाशी कार्रवाई में करीब 200 करोड़ रुपये की कुल बेहिसाब आय का पता चला है। आगे की जांच जारी है।