नई दिल्ली (मानवी मीडिया): कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने मंगलवार को यहां मोदी सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की विचारधारा से पुरजोर लड़ाई करने और उनके झूठ का पर्दाफ़ाश करने का पार्टी के कार्यकर्ताओं से आह्वान किया।
गांधी ने पार्टी महासचिवों, प्रदेश प्रभारियों और प्रदेश अध्यक्षों की एक अहम बैठक को संबोधित करते हुए संगठन की एकजुटता और अनुशासन बनाने पर नसीहत भी दी। उन्होंने कहा कि हमें भाजपा-संघ की द्वेषपूर्ण विचारधारा का मुकाबला करते हुए पूरी प्रतिबद्धता के साथ उनके झूठ का पर्दाफाश करना है।
उन्होंने कहा कि देश से जुड़े अहम मुद्दों पर कांग्रेस रोज बयान जारी करती है पर पार्टी का संदेश प्रखंड और जिलास्तर पर कार्यकर्ताओं तक नहीं पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नीतिगत मुद्दों पर राज्य स्तर के नेताओं में वैचारिक स्पष्टता और एकजुटता की कमी दिखती है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने हाल ही में राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में भी पार्टी के नेताओं को पार्टी सम्बंधी अपने विचार पार्टी के फॉरम में रखने और मीडिया के जरिए उनसे संवाद नहीं करने की सख्त हिदायद दी थी। उन्होंने उस बैठक में यह भी कहा था कि वह कामचलाऊ नहीं बल्कि पूर्ण अध्यक्ष है और पार्टी के काम पर निरंतर ध्यान देती हैं। उन्होंने आज भी पार्टी में अनुशासन की नसीहत दी।
उन्होंने कहा कि वह केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि अगर लड़ाई जीतनी है तो जनता के समक्ष भाजपा तथा संघ के ‘दुष्प्रचार’ एवं ‘झूठ’ को बेनकाब करना होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष ने नेताओं से कहा कि आपको पार्टी कार्यकर्ताओं को इस तरह प्रशिक्षित करना होगा कि वह भाजपा और संघ की ओर से चलाए जा रहे दुष्प्रचार का मुकाबला कर सकें। उन्होंने कहा हमारा अपना इतिहास इस तथ्य का गवाह है कि अगर अन्याय और असमानता के खिलाफ सफल होना है तो इसे जमीनी स्तर पर व्यापक आंदोलन का रूप लेना होगा।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘मोदी सरकार ने देश की संस्थाओं को नष्ट करने का प्रयास किया ताकि वह जवाबदेही से बच सके। उसने संविधान के आधारभूत मूल्यों को कमजोर करने का प्रयास किया है ताकि वह खुद के लिए निचले स्तर के लिए मानक रख सके। उसने हमारे लोकतंत्र की बुनियादी बातों को विवादों के घेरे में खड़ा किया है।
सोनिया ने पांच राज्यों में अगले साल के शुरू में विधानसभा चुनाव का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘आने वाले महीनों में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इन राज्यों में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता और नेता कमर कस रहे हैं। हमारा चुनाव अभियान समाज के सभी तबकों के साथ चर्चा के बाद सामने आई ठोस नीतियों एवं कार्यक्रमों के आधार पर होना चाहिए।’’
आज की बैठक कांग्रेस के सदस्यता अभियान, महंगाई को लेकर शुरू होने वाले जन-जागरण अभियान और पाँच राज्यों में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों पर चर्चा के लिए आयोजित की गयी है। इसमें पार्टी के राष्ट्रीय महासचिवों, प्रदेश प्रभारियों और राज्य इकाइयों के अध्यक्षों के साथ पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल तथा अन्य पदाधिकारियों ने भाग लिया।
गौरतलब है कि 16 अक्टूबर को हुई कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में संगठनात्मक चुनाव का कार्यक्रम तय करने के साथ ही यह निर्णय लिया गया था कि आगामी एक नवंबर से कांग्रेस सदस्यता अभियान चलाएगी, जो अगले साल 31 मार्च तक चलेगा। इसके साथ ही 14 से 29 नवंबर के बीच महंगाई के मुद्दे पर राष्ट्रीय स्तर पर जन-जागरण अभियान चलाने का निर्णय लिया गया था।