कोरोना दौरान भाजपा ने लगभग 60 करोड़ फूड पैकेट्स, लगभग 25 करोड़ फेस मास्क और 20 करोड़ सेनिटाइजर वितरित किये
नई दिल्ली (मानवी मीडिया) कोविड महामारी की विभीषिका ने दुनिया के कई देशों को आक्रांत किया। इससे भारत भी अछूता नहीं रहा। कठिन चुनौतियों के बावजूद माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जिस तरह से भारत ने कोरोना को परास्त करने के लिए लड़ाई लड़ी, वह अपने आप में अभूतपूर्व है।
कोविड की पहली और दूसरी लहर के दौरान टेस्टिंग, वेंटिलेटर संचालन तथा अन्य सामान्य चिकित्सीय जानकारी के साथ-साथ प्रभावितों की मदद और मरीजों की अस्पतालों में भर्ती में मदद अन्य स्वास्थ्य संबंधी सहायता के लिए बड़े पैमाने पर हेल्थ वालंटियर्स की आवश्यकता महसूस की गई।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने विगत 6 और 7 जून, 2021 को ‘सेवा ही संगठन' कार्यक्रम की समीक्षा को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की एक बैठक बुलाई थी जिसमें माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने हेल्थ वालंटियर्स की जरूरत पर विस्तार से चर्चा की थी। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी ने उनकी दूरदर्शी पहल पर ‘अपना बूथ, कोरोना मुक्त’ अभियान को अपने हाथ में लिया था। देश को कोरोना मुक्त बनाने के लिए माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इस बैठक में यह तय किया कि देश भर में स्वास्थ्य स्वयंसेवक तैयार किए जाएंगे। स्वास्थ्य स्वयंसेवक तैयार करने के पीछे उनकी यह सोच रही है कि इससे न केवल कोविड से मुक्ति पाने में देश को मदद मिलेगी बल्कि स्वास्थ्य वालंटियर्स की एक ऐसी फ़ौज भी तैयार हो जायेगी जो आने वाले कई वर्षों तक देश को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से निजात दिलाने में प्रभावी भूमिका भी निभाएगी।
इस विजन को जमीन पर उतारने के लिए 28 जुलाई 2021 को नड्डा ने पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में हेल्थ वालंटियर्स के प्रशिक्षण कार्यक्रम ‘राष्ट्रीय स्वास्थ्य स्वयंसेवक अभियान’ का श्रीगणेश किया। इस कार्यक्रम का टैगलाइन है - “यथा यथाय तुष्यत तथा संतोषयेत् तुम्” अर्थात् जिसकी हम सेवा करते हैं, उसका सुख ही हमारा संतोष है। यही पंक्ति अपने-आप में भारतीय जनता पार्टी की सेवा भावना को रेखांकित करने के लिए काफी है। इसी भावना से, गरीबों के प्रति इसी सम-भाव और मम-भाव से, हमारे कार्यकर्ताओं ने इतने कठिन समय में ‘सेवा ही संगठन’ का इतना बड़ा अभियान चलाया है।
नड्डा ने पार्टी के लिए लक्ष्य निर्धारित किया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य स्वयंसेवक अभियान के जरिए हमें देश के दो लाख गांवों तक पहुंचना है। इसके लिए भारतीय जनता पार्टी ने 4 लाख हेल्थ वालंटियर्स को प्रशिक्षित करने का बीड़ा उठाया है। अब तक लगभग 1,03,872 से अधिक वालंटियर्स ने इस कार्यक्रम के लिए रजिस्ट्रेशन करा लिया है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत हर बूथ पर भाजपा दो स्वास्थ्य स्वयंसेवक (एक पुरुष, एक महिला) तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित कर चल रही है जो अपने-अपने बूथ के लोगों का कोविड देखभाल करेंगे। उनके पास ऑक्सीमीटर, थर्मोमीटर, एंटीबॉडी बूस्टर और रैपिड एंटीजेन टेस्ट किट भी उपलब्ध होंगे। वे न केवल लोगों को कोविड के प्रति जागरुक करेंगे बल्कि उन्हें कोविड से लड़ने में भी मदद करेंगे।
आगामी 30 अगस्त 2021 तक प्रदेश स्तर और जिला स्तर से लेकर मंडल स्तर तक भारतीय जनता पार्टी इस प्रशिक्षण अभियान को पूरा कर लेगी। प्रशिक्षण कार्यक्रम में बताया जा रहा है कि एक स्वास्थ्य स्वयंसेवक की भूमिका क्या होगी, उनके क्या कार्य हैं, कोविड अनुकूल व्यवहार क्या हैं, क्या-क्या रोग प्रतिरोधक तरीके हो सकते हैं और उन्हें किस तरह से आम जन की मदद करनी है। एक स्वास्थ्य स्वयंसेवक लोगों को कोविड से बचाव की जानकारी देने के साथ-साथ प्राथमिक लक्षणों की जांच में भी मदद करेंगे और कब रोगी को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ेगी, ये भी बताएँगे और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने में भी सहयोग देंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में और माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने दुनिया का सबसे बड़ा सेवा कार्यक्रम ‘सेवा ही संगठन' अभियान चलाया था। कोविड की पहली और दूसरी लहर के दौरान भारतीय जनता पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता ने ‘सेवा ही संगठन' के तहत अपनी जान जोखिम में डाल कर मानवता की सेवा में अपने आप को समर्पित कर दिया। कोविड संक्रमण के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने 50-60 करोड़ फूड पैकेट्स वितरित किये, लगभग 25 करोड़ फेस मास्क और 20 करोड़ सेनिटाइजर वितरित किये गए।
पिछले डेढ़ साल से भारतीय जनता पार्टी को छोड़ कर देश की लगभग सभी पॉलिटिकल पार्टियां या तो क्वारंटाइन में हैं या आइसोलेशन में। ये जनता के बीच नहीं, केवल ट्विटर और प्रेस कांफ्रेंस में दिखते हैं। यह केवल और केवल भारतीय जनता पार्टी है जो जनता के साथ मिल कर उनकी भलाई के लिए काम कर रही है।